गरुण ध्वज नंदी घोष पर सवार होंगे भगवान जगन्नाथ

--भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा मार्ग में जगह-जगह स्वागत के लिए बनेंगे द्वार

प्रयागराज, 02 जुलाई (हि.स.)। आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष के द्वितीय दिवस 7 जुलाई को निकलने वाली भगवान जगन्नाथ की विश्व विख्यात रथ यात्रा की तैयारी में श्री जगन्नाथ जी महोत्सव समिति ट्रस्ट के सभी भक्तगण पूर्ण रूप से जुट गए हैं। गरुण ध्वज नंदी घोष पर भगवान जगन्नाथ सवार होंगे। इस रथ यात्रा मार्ग में जगह-जगह स्वागत के लिए द्वार भी बनेंगे।

रथ यात्रा के सहसंयोजक राजेश केसरवानी ने बताया कि भगवान जगन्नाथ भक्तों को दर्शन देने के लिए गरुड़ ध्वज नंदी घोष रथ पर सवार होकर अपने भ्राता बलभद्र और देवी सुभद्रा के संग नगर भ्रमण को निकलेंगे। उन्होंने कहा कि भगवान जगन्नाथ का रथ तैयार किया जा रहा है। इस रथ की ऊंचाई 18 फीट और चौड़ाई 12 फीट की होगी, जो 16 पहियों का होगा। रथ के आगे चार अश्व होंगे और रथ के पीछे हनुमान जी और भगवान नरसिंह का प्रतीक चिन्ह अंकित होगा। रथ लाल और पीले रंग से सुसज्जित होगा। रथ के ऊपर भगवान जगन्नाथ का प्रतीक स्वरूप नील चक्र और तोता विराजित होगा। भक्तों द्वारा रथ खींचने को लेकर 100 फीट की नागवासुकी रस्सी लगाई जाएगी।

राजेश केसरवानी ने बताया कि इसके अलावा रथ यात्रा मार्ग चौक, घंटाघर, बहादुरगंज, राम भवन, मुट्ठीगंज, कटघर पर भगवान जगन्नाथ जी के दर्शन और स्वागत हेतु भक्तों द्वारा स्वागत द्वार बनाने की और पुष्प वर्षा और भगवान जगन्नाथ की आरती की तैयारी की जा रही है। रथ यात्रा मार्ग की साफ सफाई के लिए नगर निगम प्रशासन और रथ यात्रा मार्ग पर लटके विद्युत तारों को ठीक करने के लिए विद्युत विभाग के अधिकारियों को जानकारी दे दी गई है, जो यात्रा के पूर्व ठीक कर लिए जाएंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/सियाराम

   

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