जहरीला सांप रसेल वाईपर को वन कर्मियों ने रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ा

वाईपर नेपाल वन क्षेत्र के रास्ते रिहायशी क्षेत्रों में प्रवेश करते हैं

पश्चिम चंपारण (बगहा), 19 फरवरी(हि.स.)।वाल्मीकि नगर के समीप हवाई अड्डा, पिपरा कुट्टी,कोतराहां क्षेत्र में अत्यंत विषैले प्रजाति में शामिल रसेल वाइपर सांप की तादाद इन दिनों बढ़ गई है। यह सांप अनुमान है कि गंडक नदी के पानी में बहकर नेपाली क्षेत्र से वन क्षेत्र के रास्ते रिहायशी क्षेत्रों में प्रवेश करते हैं। अमूमन यह सांप पहाड़ी क्षेत्रों में पाया जाता है।

उल्लेखनीय है कि इन दिनों इन क्षेत्रों में रसेल वाइपर सांप का रेस्क्यू वन कर्मियों द्वारा किया जा रहा है।यह सांप भूरे रंग का होने के कारण मिट्टी ,घास फूस में आसानी से छिप जाते है जो जहरीला और प्राणघातक है, इसी क्रम में हवाई अड्डा चौक निवासी व्यवसायी महेश कुमार के दुकान के समीप सोमवार की दोपहर एक रसेल वाइपर सांप के निकलने से ग्रामीणों में भगदड़ मच गई ।तत्काल इसकी सूचना वन विभाग को दी गई। सूचना पर पहुंचे वनकर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद सांप का सुरक्षित रेस्क्यू करके जटाशंकर वन क्षेत्र में छोड़ दिया।

वनपाल सोनू कुमार ने बताया कि वन क्षेत्र से रिहाईशी क्षेत्र सेट होने के कारण वन्य जीवों का विचरण आम बात है ग्रामीणों से अपील है, कि सतर्क और सजग रहें।

हिन्दुस्थान समाचार /अरविंद नाथ तिवारी/चंदा

   

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