दुनिया में फिर से स्थापित हो रही भारत की सांस्कृतिक विरासत : मुख्यमंत्री

पाली, 19 फ़रवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश का अमृतकाल भारत की संस्कृति और आस्था का उदयकाल है। काशी विश्वनाथ में कॉरिडोर एवं उज्जैन के महाकाल मंदिर में महाकाल लोक के निर्माण के अभूतपूर्व कार्यों के साथ ही भारत की संस्कृति एवं विरासत पूरी दुनिया में फिर से स्थापित हो रही है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से देशवासियों का सदियों पुराना सपना पूरा हुआ है।

मुख्यमंत्री शर्मा सोमवार को पाली के जाडन में ओम आश्रम मन्दिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने महामण्डलेश्वर स्वामी महेश्वरानन्दपुरी के साथ ओम आश्रम में द्वादश ज्योतिर्लिंग की स्थापना व प्राण प्रतिष्ठा के तहत ⁠शिवालय में विशेष पूजा-अर्चना की। उन्होंने कहा कि दुनिया के पहले ओम आश्रम का यह भव्य मंदिर भारतीय वास्तुकला, शिल्पकला और स्थापत्य कला का अनुपम उदाहरण है। इस आश्रम में द्वादश ज्योतिर्लिंग, श्रीनंदी महाराज, सूर्य मंदिर और दिव्य मंदिर की स्थापत्य कला अद्भुत है। उन्होंने कहा कि विश्वगुरू कहलाने वाला भारतवर्ष अनादि काल से अध्यात्म का केंद्र रहा है, जिसने सम्पूर्ण विश्व का मार्गदर्शन किया है।

शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी दिशा में जयपुर से अयोध्याधाम दर्शन के लिए विशेष विमान सेवा एवं सात संभाग मुख्यालयों से बस सेवा प्रारंभ की गई है। साथ ही 31 मार्च 2024 तक तीन हज़ार तीर्थयात्रियों को अयोध्याधाम के लिए दर्शन यात्रा भी करवाई जाएगी। सरकार द्वारा इसी वर्ष के बजट (लेखानुदान) में पूँछरी का लौठा, मेहंदीपुर बालाजी, गोविन्द देव जी सहित विभिन्न मन्दिरों के जीर्णोद्धार के लिए 300 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। साथ ही महाराणा प्रताप के जीवन से जुड़े विभिन्न स्थलों को पर्यटन सर्किट के रूप में विकसित करने की भी घोषणा की गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार हर संकल्प को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी दिशा में पीएम किसान सम्मान निधि दो हजार रुपए बढ़ाकर आठ हजार रुपए करना, गेहूं की ख़रीद पर न्यूनतम समर्थन मूल्य में 125 रुपए प्रति क्विंटल का अतिरिक्त बोनस तथा सामाजिक सुरक्षा पेंशन 1 हजार 150 रुपए करना जैसे जनकल्याणकारी निर्णय राज्य सरकार द्वारा किए गए हैं। इस अवसर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत, देवस्थान मंत्री जोराराम कुमावत, सांसद पी.पी. चौधरी, मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग, विधायक बालमुकुन्दाचार्य, शोभा चौहान सहित बड़ी संख्या में संत, महंत तथा दर्शनार्थी उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ईश्वर

   

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