बिना जांच के बेचे जा रहे खाद पदार्थ, डिपार्टमेंट नहीं लगा रहा अंकुश

मलावटखोरों के कोल्हू में पिस्ता जा रहा आम आदमी
लखनपुर।
अकसर देखने में आता है कि बाहर की वस्तु खाने के बाद लोग बीमार पड़ जाते हैं। कभी पेट दर्द को कभी बुखार की शिकायत लेकर डॉक्टर के यहां जाते हैं और चेक करवाने के बाद पता चलता है कि आपने संक्रमित खाना खाया है। पड़ गए ना आप चक्कर में आपने तो अपनी पसंदीदा जगह पर ही छोले कुलचे जा फिर दाल बल्ले खाए पर यह ध्यान नहीं दिया कि यह खुले में रखा है या फिर आपने किसी होटल में मीट मुर्गा खाया होगा तो बड़ा ही स्वादिष्ट लगा होगा लेकिन खाने में यह नहीं देखा कि उसे किस तरह रखा गया था मिलावट का आलम है कि आजकल जब बच्चे दूध पीते हैं तो कुछ देर के बाद ही उल्टियां कर देते हैं। आपके पास कोई पैमाना तो नहीं है कि जान पाएगी दूध में मिलावट है या नहीं डॉक्टर के पास जाने पर पता चलता है कि यह  तो बच्चों के लिए खतरनाक है इन मिलावटखोरों के कोल्हू में आम आदमी  पिस्ता जा रहा है और जो व्यापारी आराम से चांदी कूट रहे हैं क्षेत्र में आए दिन उपभोक्ताओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि म्युनिसिपल कमेटी द्वारा ना तो इन लोगो पर शिकंजा कसा जाता है और ना ही यह व्यापारी अपनी करतूतों से बाद आ रहे हैं थोड़ी सी भी छूट मिलनी चाहिए कि फिर धंधा चालू कर देते हैं लोगों का कहना है कि इलाके में बिना जांच की खाद पदार्थ बेचे जा रहे हैं जबकि अधिकांश दुकानों में वस्तुओं के दाम की भी सूची नहीं टांगी होती है। जिसे दुकानदार खूब मुनाफा कमा रहे हैं। लोगों ने कठुआ जिला प्रशासन से इस और उचित कार्रवाई की मांग की है स्थानीय राकेश खजुरिया    राजकुमार शर्मा, राजू साहिनी ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि प्रशासन उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधा देने को लेकर गंभीर नहीं है कस्बे में खुले में खाद पदार्थ बेचे जा रहे हैं। 
इनका कहना है
उन्होंने अपने कमेटी कार्यकाल खुले में खाद पदार्थ बेचने वाले को जालियां और शीशे लगाने के निर्देश दिए थे। अधिकांश लोगों ने अपनी दुकानों के आगे शीशे जालियां लगाई हुई थी, लेकिन कमेटी अध्यक्षों का कार्यकाल पूरा होने के बाद लापरवाही बरती जा रही हैं। कमेटी का फूड इंस्पेक्टर अब जांच नहीं कर रहा है।

 

   

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