राजिम कुंभ कल्प मेले में नागा संतों ने निकाली पेशवाई यात्रा, किया शस्त्र प्रदर्शन

रायपुर, 2 मार्च (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के राजिम कुंभ कल्प में साधु-संतों का आगमन शुरू हो गया है। तीन मार्च से विराट संत समागम का आयोजन होगा, जिसमें विभिन्न धार्मिक स्थलों से साधु-संत शामिल होंगे। वहीं संतों के स्वागत हेतु कुंभ नगरी राजिम सजकर तैयार है।

देश के कोने-कोने से पधारे महामण्डलेश्वर, आचार्य, महंत, संत-महात्माओं के लिए कुटियों का निर्माण किया गया है। जहां संतों की दैनिक गतिविधियां ध्यान, योग, उपदेश, यज्ञ, हवन, पूजा के साथ ही उनके अनुयायियों, दर्शनार्थियों को उपदेशों के द्वारा धर्मभाव से जोड़ने की गतिविधि संचालित होती है। संत-समागम की शासन-प्रशासन द्वारा पूरी तैयारियां कर ली गई है। लोमश ऋषि आश्रम में सिरकट्टी आश्रम, उत्तरप्रदेश, झांसी, गरियाबंद, राजनांदगांव, बिलासपुर, जांजगीर-चांपा, दामाखेड़ा, चण्डी से लगभग 70 संत पहुंच चुके हैं। वहीं संत समागम के लिए भव्य स्थल का निर्माण किया गया है।

राजिम कुंभ कल्प मेला में शनिवार को नागा संतों ने भगवान दत्तात्रेय का आह्वान करते हुए पेशवाई यात्रा निकाली। यह पेशवाई दत्तात्रेय मंदिर से शस्त्र पूजन कर आरंभ किया गया। पेशवाई दत्तात्रेय मंदिर से प्रारंभ होकर सुंदरलाल शर्मा चौक, व्हीआईपी मार्ग, राजिम-नवापारा पुल, इंदिरा मार्केट से मेला मैदान होते हुए संत समागम स्थित अपने पंडाल में पहुंची, जहां विधि-विधान पूर्वक पूजा-अर्चना कर भगवान दत्तात्रेय को स्थापित किया गया। पेशवाई के दौरान नागा साधुओं ने विभिन्न करतब दिखाते हुए शस्त्र प्रदर्शन किया। इस दौरान अखाड़ों को देखने एवं नागा-साधुओं का आशीर्वाद प्राप्त करने सड़कों के किनारे श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जमा रही।

हिन्दुस्थान समाचार/ चंद्रनारायण शुक्ल

   

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