परंपरागत औषधि ज्ञान के आधार पर हो औषधीय पादपों का संरक्षण : डॉ सुशील

मुख्य वक्ताओं के साथ आचार्य बालकृष्ण

हरिद्वार,16 मार्च (हि.स.)। पतंजलि अनुसंधान संस्थान में शनिवार को ''जिज्ञासा'' कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें देशभर के छात्र-छात्राओं तथा वैज्ञानिकों ने भाग लिया।

कार्यक्रम में डॉ. निर्मल कुमार अवस्थी (अध्यक्ष, परंपरागत ज्ञान एवं वनौषधि विकास फाउंडेशन) और डॉ. सुशील कुमार उपाध्याय (पूर्व डिप्टी डायरेक्टर, आयुष मंत्रालय) मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। दोनों वक्ताओं ने परंपरागत औषधीय ज्ञान और वन औषधि के संरक्षण, संवर्धन पर जोर दिया।

कार्यक्रम के समापन के अवसर पर आचार्य बालकृष्ण ने संबोधित करते हुए पतंजलि द्वारा किए जा रहे कार्यों से अवगत कराया। उन्होंने विश्व भेषज संहिता, सौमित्र संहिता सहित औषधीय पादप म्यूजियम और साक्ष्य आधारित पर आयुर्वेद पर बल दिया।

हिन्दुस्थानसमाचार/रजनीकांत/रामानुज

   

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