मंदसौर:व्यापारी फरार, किसानों को पैसे देने की जुगत में लगा मंडी प्रशासन

मंदसौर, 3 अप्रैल (हि.स.)। पिछले दिनों मंदसौर कृषि उपज मंडी की खुशाली ट्रेडर्स फर्म के व्यापारी अंबालाल पंवार ने 23 किसानों की लहसुन की खरीदी की थी। व्यापारी ने नियमों का हवाला देते हुए 2 लाख रुपए आरटीजीएस करने को कहा था। किसानों को करीब 52 लाख रुपए का भुगतान करना था, लेकिन व्यापारी ने किसानों को आरटीजीएस के जरिए भुगतान नहीं किया और बिना रुपए दिये फरार हो गया। इसकी शिकायत किसानों ने मंडी प्रशासन को की थी।

मामले को बढते देख मंडी के भारसाधक अधिकारी एसडीएम शिवलाल शाक्य और किसान नेता राज्यसभा सांसद बंशीलाल गुर्जर के हस्तक्षेप के बाद मंडी प्रशासन ने किसानों को 2 अप्रैल तक रुपए लौटने आश्वासन दिया था। व्यापारी के फरार होने के बाद मंडी प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए व्यापारी के गोदाम में रखी लहसुन को मंडी में नीलाम कर दिया। इससे करीब 3 लाख 75 हजार रुपए मिले। इससे भी किसानों को भुगतान किया जाएगा। वहीं जानकारी के अनुसार फरार व्यापारी के दामाद ने भी मंडी प्रशासन को चार लाख रुपए दिये थे जिसके माध्यम से मंडी प्रशासन ने दो किसानों को भुगतान किया भी है। लेकिन अब मामले में पेंच यह फंस गया है कि किसानों को 52 लाख का भुगतान करना है और मंडी प्रशासन के बाद व्यापारी की तरफ से 7 लाख 75 हजार रुपए ही आये है। व्यापारी के बेटे ने 10 लाख रुपए देने की बात कही थी, लेकिन वो 3 अप्रैल तक तो मंडी प्रशासन के पास नहीं पहुंचे है। ऐसे में भुगतान करना मंडी प्रशासन के लिए टेडी खीर साबित हो रहा है।

वहीं मंडी सचिव पर्वतसिंह सिसौदिया के अनुसार आठ दिनों में सभी किसानों का भुगतान करने की बात कही जा रही है, जबकि मंडी प्रशासन के पास इतनी राशि नहीं है। वहीं मंडी प्रशासन आंतरिक रूप से व्यापारी संघ पर प्रतिभूति राशि से भुगतान करने का दबाव बना रहा है जिसे लेकर व्यापारी संघ ने स्पष्ट मना कर दिया है कि हम उस राशि से भुगतान नहीं होने देंगे। आपको भुगतान करना है तो फरार व्यापारी का घर नीलाम करके करो। लेकिन मंडी प्रशासन इस राशि के भरोसे बैठा है, क्योंकि उनके पास इसके अलावा कोई रास्ता भी नहीं है। बताया जाता है कि मंडी व्यापारी संघ और मंडी प्रशासन के प्रतिभूति फंड में 43 लाख रुपए है।

प्रतिभूति फंड से भुगतान नहीं होने देगे - व्यापारी संघ सचिव

दशपुर मंडी व्यापारी संघ के सचिव नरेन्द्र जैन अन्ना ने बताया कि मंडी प्रशासन हमें प्रतिभूति फंड से किसानों का भुगतान करने को कह रहा है लेकिन व्यापारी संघ की साधारण सभा की बैठक में इस पर सहमति नहीं बनी, व्यापारी संघ इसके लिए तैयार नहीं है। मंडी प्रशासन को भुगतान करना है तो फरार व्यापारी का मकान नीलाम करें या कुछ भी करें हम प्रतिभूति फंड से भुगतान नहीं होने देंगे।

मंडी सचिव ने कहा दो किसानों को किया भुगतान

मंडी सचिव पर्वत सिंह सिसोदिया ने बताया की खुशाली ट्रेडर्स के संचालक ने 23 किसानों की लहसुन खरीदी थी। जिसका करीब 52 लाख का भुगतान नहीं किया गया। व्यापारी कई दिनों से गायब है और फोन भी बंद है। मंडी प्रशासन ने किसानों को मंगलवार से भुगतान करना शुरू किया है जिसमें दो किसानों को भुगतान भी किया गया है, और व्यवस्था जमा रहे हैं। आगामी 8 दिनों में सभी किसानों को भुगतान कर दिया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार/ अशोक झलौया

   

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