आरजीपीवी मामले में अभाविप ने जन प्रतिनिधियों को सौंपा ज्ञापन, आरोपितों की जल्द गिरफ्तारी की मांग

भोपाल, 5 अप्रैल (हि.स.) । विगत कुछ दिनों पूर्व राजीव गांधी प्रौधोगिकी विश्वविद्यालय भोपाल में हुए आर्थिक भ्रष्टाचार के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् लगातार आंदोलनरत है। अभाविप के आन्दोलन के फलस्वरूप गठित जांच समिति द्वारा की गई जांच के प्रारभिक रिपोर्ट में विश्वविद्यालय में व्यापक स्तर पर भ्रष्टाचार एवं आर्थिक अनियमितता उजागर हुई है। उक्त जांच रिपोर्ट के संदर्भ में अ.भा.वि.प की मांग के चलते उक्त भ्रष्टाचार में लिप्त दोषियों के विरुद्ध विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा भोपाल जिले के अंतर्गत आने वाले गांधी नगर पुलिस थाने में 3 मार्च को गंभीर धाराओं के अंतर्गत प्राथमिकी दर्ज कराई गयी है।

परन्तु पुलिस प्रशासन द्वारा आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हुई। जिसे लेकर शुक्रवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने भोपाल के जन प्रतिनिधियों को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने दोषियों के विरुद्ध उचित कार्यवाही करने के लिए अपराधियों को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की। अभाविप ने विश्वास सारंग, भगवान दास सबनानी और रामेश्वर शर्मा को इस मामले में ज्ञापन सौंपा है एवं आरोपितों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रशासन पर दबाव बनाने की मांग की है।

यह है पूरा मामला

राजधानी के राजीव गांधी प्रौधोगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी) में बीते दिनों चल रहे आर्थिक भ्रष्टाचार के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (अभाविप) ने प्रदर्शन किया था, जिसके बाद आरोपितों की जांच के बाद पोल खुली। आरोपितों में कुलसचिव सुनील कुमार सहित 5 लोगों के नाम थे। उक्त मामले की एफआईआर गांधीनगर पुलिस को होने के बाद पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया और बाकी आरोपितों को पर कार्रवाई नहीं हो पा रही है।

बताया जा रहा है कि कुछ आरोपी प्रदेश से बाहर भाग गए तो, कुछ देश छोड़ विदेश भाग निकले। लेकिन अभाविप का कहना है कि पुलिस सख्त कार्रवाई करें और दोषियों पर सजा मिले, अगर इस प्रकार से पुसिल प्रशासन सुस्त रवैये से काम करेगा तो, अभाविप उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगी। अभाविप की मांग के चलते उक्त भ्रष्टाचार में लिप्त दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा भोपाल जिले के अंतर्गत आने वाले गांधी नगर पुलिस थाने में प्रथम सूचना रिपोर्ट को गंभीर धाराओं के अंतर्गत दर्ज कराई गई है। लेकिन गंभीर धाराओं में प्राथमिकी दर्ज होते हुए भी पुलिस प्रशासन द्वारा एक भी प्रमुख आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है ।

हिन्दुस्थान समाचार / उमेद/नेहा

   

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