विंध्यधाम : चैत्र नवरात्र मेला तैयारियों को लेकर मंडलायुक्त ने तय की डेटलाइन, छह अप्रैल तक मांगा प्रमाण

- आस्था की डगर पर श्रद्धालुओं की राह आसान बनाने की कोशिश में जुटा प्रशासन

मीरजापुर, 5 अप्रैल (हि.स.)। मां विंध्यवासिनी धाम में आगामी आठ-नौ अप्रैल की मध्य रात्रि से चैत्र नवरात्र मेला प्रारंभ होगा। ऐसे में देश-दुनिया से विंध्यधाम आने वाले श्रद्धालुओं की राह आसान बनाने के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। शासन-प्रशासन की कोशिश है कि आस्था की डगर पर श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न होने पाए।

विंध्याचल मंडल के आयुक्त डाॅ. मुथुकुमार स्वामी बी. ने छह अप्रैल तक समस्त तैयारियां पूर्ण कर पूर्णता का प्रमाण पत्र अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व शिवप्रताप शुक्ल को उपलब्ध कराने को कहा है। साथ ही यह भी कहा है कि मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जिस विभागीय अधिकारी को जो दायित्व सौंपा गया है, वे पूरी निष्ठा, ईमानदारी और सेवा-भाव के साथ करें।

सफाई, पेयजल, प्रकाश, शौचालय की होगी समुचित व्यवस्था

मंडलायुक्त ने नगर पालिका परिषद से कहा है कि पूरे मेला क्षेत्र में सफाई व्यवस्था के शिफ्टवार सफाई कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने के साथ अस्थायी पेयजल व्यवस्था के लिए टैंकरों की सफाई, खराब हैंडपंपों की मरम्मत और अस्थायी नलों की टोटियां आवश्यकतानुसार बढ़ाई जाएं। मेला क्षेत्र में शौचालय और प्रकाश व्यवस्था भी दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं।

24 घंटे चिकित्सा सुविधा, वाहन स्टैंडों पर रेट लिस्ट चस्पा करने के निर्देश

स्वास्थ्य विभाग की ओर से मेला क्षेत्र में 11 स्थलों पर स्वास्थ्य कर्मियों और आवश्यक दवाओं की उपलब्धता रहेगी। प्रमुख स्थलों पर 24 घंटे एम्बुलेंस की व्यवस्था रहेगी। मंडलायुक्त ने दुकानदारों से कहा है कि वाहन स्टैंडों पर रेट लिस्ट चस्पा की जाए। दर्शनार्थियों से उचित मूल्य ही लिया जाए।

10 जोन और 21 सेक्टरों में बंटा नवरात्र मेला क्षेत्र

अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व शिवप्रताप शुक्ल ने बताया कि पूरे मेला क्षेत्र को 10 जोन व 21 सेक्टरों में विभाजित कर अधिकारियों की नियुक्ति कर दी गई है। उन्होंने पुरानी व नई वीआईपी मार्ग, कोतवाली मार्ग, पक्का घाट मार्ग से आने वाले दर्शनार्थियों की सुविधा के दृष्टिगत बैरिकेडिंग स्थलों का चिह्नित कर कार्य कराया जा रहा है, जो समय रहते पूर्ण करा लिया जाएगा।

त्रिदेवियों के आंगन की हुई रंगाई-पुताई, प्रकाश के लिए इमरजेंसी व्यवस्था

उन्होंने कहा कि विंध्य विकास परिषद की ओर से तीनों मंदिरों के रंगाई-पुताई का कार्य कराया गया है। तीनों मंदिरों पर एक-एक जनरेटर की व्यवस्था की गई है और एक-एक अतिरिक्त जनरेटर इमरजेंसी के लिए रखा जाएगा। मंडलायुक्त ने खाद्य सुरक्षा तथा बाट-माप अधिकारियों को गहन जांच करने के निर्देश देने के साथ विद्युत सुरक्षा के अधिशासी अभियंता को विद्युत वायरिंग आदि की जांच कर रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।

नशेड़ियों के लिए कोई जगह नहीं, होगी कार्रवाई

मंडलायुक्त ने कहा कि मंदिर परिसर में कोई भी व्यक्ति मादक पदार्थ का सेवन कर प्रवेश नहीं करेगा। यदि ऐसा पाया जाता है तो उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

हिन्दुस्थान समाचार/गिरजा शंकर/दीपक/सियाराम

   

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