नवसंवत्सर 2081 का भक्ति एवं उत्साह के साथ अभिनंदन

घरों में हुई पूजा, सुख-समृद्धि के लिए की गई कामना

धमतरी, 9 अप्रैल (हि.स.)। चैत्र नवरात्र के प्रथम दिवस नव संवत्सर 2081 का शुभारंभ हुआ, भक्ति एवं उत्साह के साथ अभिनंदन किया गया। घरों एवं मंदिरों में पूजा अनुष्ठान कर सुख-समृद्धि के लिए कामना की गई। सुबह से ही सोशल मीडिया पर नव संवत्सर के अभिनंदन के संदेश प्रचलित होते रहे। एक दूसरे को लोगों ने शुभकामनाएं दी।

धमतरी के शिव चौक के ब्रम्ह चबूतरा में बाल हनुमान समिति के बच्चों ने हनुमान चालीसा का पाठकर नव संवत्सर 2081 यानी विक्रम संवत का अभिनंदन किया। हनुमान जी की विशेष पूजा-अर्चना कर प्रसादी का वितरण किया। समिति के संजू विश्वानी, मयंक यादव, देवा सोनी ने बताया कि सनातनियों का नववर्ष यानि नव संवत्सर मंगलवार से प्रारंभ हुआ है। मराठा समाज के लोगों ने इस पर्व को गुडीपड़वा के रूप में मनाया। शहर के मराठा पारा घरों के सामने बांस के ऊपर लगे हुए पीतल के लोटे के प्रतीक देखने को मिले। सनातन धर्म के प्रतीक पंचाग की पूजा अर्चना की गई। । घर के सामने बांस को कपड़े से लपेटकर रखा गया। उसके ऊपर पीतल का लोटा रखा था। बांस के गांठ को एक सूत्र में परिवार को बांधने का प्रतीक माना जाता है। पीतल के लोटे को क्षत्र का प्रतीक कहा जाता है। गुडीपड़वा में आम का के फल लगे डंगाल को द्वार पर रखा गया था। पूजा के बाद प्रसादी वितरण किया गया।

हिन्दुस्थान समाचार/ रोशन सिन्हा

   

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