सहारनपुर आकर मुख्यमंत्री योगी पलट गये पूरी बाजी, भाजपा के पक्ष में बना गये माहौल

सहारनपुर,12 अप्रैल (हि.स.)। राजपूत बोले जिनका कोतवाल होता है वह सिपाही बनने के लिए नहीं लड़ते। राजपूत समाज राष्ट्रवादी समाज है और वह भाजपा के साथ डटकर खड़ा रहेगा। आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज फिर सहारनपुर पहुंचे और उन्होने कैराना लोकसभा के गंगोह तथा सहारनपुर लोकसभा के बड़गांव में रैली की।

महाराणा प्रताप की मूर्ति पर पुष्प अर्पित करने के पश्चात उन्होंने कहा कि भारत माता के महान सपूत वीर योद्धा महाराणा सांगा की जयन्ती पर उन्हें कोटि-कोटि और आप सबको कोटि-कोटि बधाई। उन्होंने कहा कि जब महाराणा प्रताप और महाराणा सांगा की बात होती है तो स्वाभिमान याद आने लगता है। उन्होंने कहा था हमारी लड़ाई सत्ता की नहीं है, स्वाभिमान की है।

मुख्यमंत्री ने याद दिलाया कि महाराणा प्रताप ने कहा था, स्वाभिमान की लड़ाई लड़ने वाला किसी विधर्मी और आक्रांता के सामने सिर नहीं झुका सकता। महाराणा प्रताप ने उस समय के शक्तिशाली अकबर को नाकों चने चबवाये। महाराणा प्रताप ने उन लोगों के साथ बैठना भी उचित नहीं समझा जो स्वदेशी और स्वाभिमान के विपरीत, धर्म के विपरीत आचरण कर रहे थे। सैकड़ों वर्षों के बाद भी आज अगर यह देश महाराणा प्रताप को याद करता है तो इसीलिए याद करता है कि महाराणा प्रताप का बलिदान इस देश के लिए था, धर्म के लिए था, सत्ता के लिए नहीं था।

मुख्यमंत्री ने कहा 2014 से पहले जो सरकारें आई उन्होंने काम किया होगा पर क्या किसी ने राम मंदिर का निर्माण किया, वो कर पाते क्या? कांग्रेस सरकार ने तो सुप्रीम कोर्ट में एफिडेविट दाखिल किया था की राम हुए ही नहीं। फिर उन्होंने कहा, इस चुनाव में एक तरफ जातिवादी लोग हैं और दूसरी तरफ राष्ट्रवादी लोग हैं। एक तरफ सामाजिक ताने-बाने को छिन्न-भिन्न करने वाले, तुष्टिकरण करने वाले लोग हैं और दूसरी तरफ भारत माता का सम्मान स्वाभिमान ऊंचा रखने वाले, एक भारत श्रेष्ठ भारत की सोच रखने वाली भाजपा है। फिर उन्होंने केंद्र व प्रदेश सरकार की उपलब्धियां गिनवायी। उन्होने कहा कि पूर्व सरकारों के समय मे दंगे होते थे, कर्फ्यू लगते थे, लोग पलायन करते थे, व्यापारी और बेटी सुरक्षित नही थे लेकिन आज दंगाईयों को हम उल्टा लटका देते हैं। उन्होंने कहा - मैं आपसे कहने आया हूं जो लोग जाति के नाम पर लड़ाने का काम कर रहे हैं, वह कालनेमि हैं, वो लोग तब कहां थे जब कांवड यात्रा रोक दी जाती थी इसलिए आप ऐसे कालनेमियों के लिए हनुमान जी बन जाओ। योगी जी के भाषण के दौरान जनता बार बार हाथ उठाकर अपना समर्थन वयक्त करती रही।

यदि निष्कर्ष निकाला जाए तो आज जिस कार्य के लिए विशेष रूप से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आए थे वह था राजपूतों की नाराजगी दूर करना और वह अपना काम कर गए। जब सभा स्थल से जनता लौट रही थी तो राजपूत समाज के लोगों से पूछा गया कि क्या अब भी नाराज हैं? तो अधिकतर ने एक स्वर में कहा कि योगी तो हमारे महाराज हैं और महाराज की बात तो रखनी ही पड़ेगी। एक बुजुर्ग ने इशारों मे राजनीति करने वालों को समझा दिया कि जिनका कोतवाल होता है वो सिपाही बनने के लिए नही लड़ते। राजपूत समाज राष्ट्रवादी समाज है और वह भाजपा के साथ डटकर खड़ा रहेगा।

हिन्दुस्थान समाचार/मोहन त्यागी/बृजनंदन

   

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