इतिहास के पन्नों में 14 दिसंबरः ओ जाने वाले हो सके तो लौट के आना...
- Admin Admin
- Dec 13, 2024
‘होठों पर सच्चाई रहती है, दिल में सफाई रहती है', “ओ जाने वाले हो सके तो लौट के आना…” जैसे दर्जनों यादगार फिल्मी गीत देने वाले गीतकार शैलेंद्र ने 14 दिसंबर, 1966 को राजकपूर से मिलने आर.के. स्टूडियो की ओर जा रहे थे, रास्ते में उन्होंने दम तोड़ दिया।
दरअसल, उन्होंने गीतकार के साथ निर्माता बनने की ठानी। राजकपूर और वहीदा रहमान को लेकर 'तीसरी कसम' बनाई। इसे बनाने में उन्होंने अपनी पूरी जमा पूंजी लगा दी और फिर भी कम पड़ने पर मित्रों से भारी-भरकम उधार लिया। फिल्म फ्लॉप हो गई और कर्ज में डूबे शैलेंद्र सख्त बीमार हो गए। वे अस्पताल में भरती हुए। उन दिनों वे ‘जाने कहां गए वो दिन, कहते थे तेरी याद में, नजरों को हम बिछायेंगे’ गीत लिखने की तैयारी कर रहे थे। इसी दौरान शैलेन्द्र ने राजकपूर से मिलने की इच्छा जाहिर की और बीमारी की हालत में ही आर. के. स्टूडियो की ओर चल पड़े लेकिन रास्ते में उन्होंने दम तोड़ दिया।
संयोग था कि 14 दिसंबर जब उनका निधन हुआ तो उस दिन उनके मित्र राजकपूर का जन्मदिन था। उन्होंने राजकपूर की कई फिल्मों के गीत लिखे। जिनमें खासतौर पर फिल्म आवारा का- आवारा हूं, फिल्म श्री 420 का- मुड़-मुड़के न देख मुड़-मुड़ के, मेरा जूता है जापानी, फिल्म संगम का गीत- हर दिल जो प्यार करेगा और दोस्त-दोस्त न रहा जैसे बेमिसाल गीत शामिल हैं।
शैलेंद्र का जन्म 30 अगस्त 1923 को रावलपिंडी (पाकिस्तान) में हुआ था। उनका पूरा नाम था- शंकरदास केसरीलाल। बिहार के रहनेवाले उनके पिता फौज में थे जो रिटायर होने के बाद मथुरा में रहने लगे थे। इस दौरान शैलेंद्र पढ़ाई के साथ-साथ आजादी के आंदोलन में योगदान देने के मकसद से देशभक्ति से सराबोर वीररस की कविताएँ लिखा करते थे। सन 1942 में बंबई रेलवे में इंजीनियरिंग सीखने गये। अगस्त आंदोलन में जेल भी गये।कवि सम्मेलनों में पूरे जोश के साथ वे कविता पाठ करते थे। ऐसे ही एक कवि सम्मेलन के दौरान राजकपूर उनसे प्रभावित हुए। शैलेन्द्र को तीन बार सर्वश्रेष्ठ गीतकार का फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार मिला था।
अन्य अहम घटनाएंः
2008- भारत ने अर्जेन्टीना के खिलाफ अंडर-21 हॉकी टेस्ट सीरीज के आखिरी मैच 4-4 से ड्रा खेला।
2007- बाली समझौते के प्रारूप से विवादित प्रावधान अलग किये गए।
उत्तर और दक्षिण कोरिया के मध्य 50 वर्ष बाद रेल सेवा पुन: प्रारम्भ।
2003- अमेरिकी गठबंधन सैनिकों ने इराक के पूर्व राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन को तिकरित में गिरफ़्तार किया।
2002- पाकिस्तान ने दक्षिण अफ़्रीका को हराकर नेत्रहीनों का विश्वकप जीता।
2000- जार्ज डब्ल्यू बुश अमेरिका के 43 वें राष्ट्रपति निर्वाचित।
1998- 23वें काहिरा अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म समारोह में तमिल फ़िल्म ‘टेररिस्ट’ में सर्वश्रेष्ठ भूमिका के लिए आयशा धारकर को ज्यूरी का सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार प्रदान किया गया।
1997- ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में कटौती के लिए विश्व के सभी देश सहमत।
1995- बोस्निया,सर्बिया और क्रोएशिया के नेताओं ने पेरिस में डेटन संधि पर हस्ताक्षर करके साढ़े तीन साल से जारी बाल्कन युद्ध को समाप्त किया था।
1983- जनरल एच.एम.इरशाद ने खुद को बंगलादेश का राष्ट्रपति घोषित किया।
1982- ब्रिटिश उपनिवेश जिब्राल्टर एवं स्पेन के बीच स्थित विशाल ग्रीन गेट 13 वर्षों के बाद पुन: खोला गया।
1946- डॉ.राजेन्द्र प्रसाद भारत की संविधान सभा के अध्यक्ष निर्वाचित हुए।
1921- एनी बेसेंट को बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय ने 'डॉक्टर ऑफ़ लेटर्स' की उपाधि से विभूषित किया।
1911- अमुंडसेन की दक्षिणी ध्रुव की यात्रा।
1687- ईस्ट इंडिया कंपनी ने मद्रास (भारत) में नगर निगम बनाया।
जन्म
2000- दीक्षा डागर- भारत उभरती हुई गोल्फ़ खिलाड़ी हैं।
1953- विजय अमृतराज- भारत के पूर्व टेनिस खिलाड़ी।
1946- संजय गाँधी- भारतीय नेता व इंदिरा गाँधी के छोटे पुत्र।
1936- विश्वजीत चटर्जी- भारतीय सिनेमा में बंगाली और हिन्दी फ़िल्मों के प्रसिद्ध अभिनेता।
1934- श्याम बेनेगल- प्रसिद्ध फ़िल्म निर्देशक।
1931- जौन एलिया- प्रसिद्ध भारतीय उर्दू शायर थे।
1924- राज कपूर- भारतीय अभिनेता।
1918- बी.के.एस.आयंगर- प्रसिद्ध भारतीय योग गुरु थे।
1910- उपेन्द्रनाथ अश्क- निबन्धकार, लेखक, कहानीकार।
1864- जगत नारायण मुल्ला - अपने समय में उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध वकील और प्रसिद्ध सार्वजनिक कार्यकर्ता।
निधन
2018- तुलसी रामसे- हिंदी सिनेमा में हॉरर फिल्मों को खास जगह देने वाले मशहूर निर्माता-निर्देशक थे।
1971- फ़्लाइंग ऑफ़िसर निर्मलजीत सिंह सेखों- परमवीर चक्र सम्मानित भारतीय सैनिक।
1966- शैलेन्द्र- गीतकार।
1799- अमेरिका के पहले राष्ट्रपति जॉर्ज वॉशिंगटन (प्रथम)। वह सर्वसम्मति से अमेरिका के राष्ट्रपति चुने गए थे।
महत्त्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव
हवाई सुरक्षा दिवस (सप्ताह)
राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस
अखिल भारतीय हस्तशिल्प सप्ताह (08-14 दिसम्बर)
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / संजीव पाश