नमो ड्रोन दीदी योजना: हिमाचल की 16 महिला स्वयं सहायता समूहों को केंद्र से मिले ड्रोन

शिमला, 02 दिसंबर (हि.स.)। केंद्र सरकार की नमो ड्रोन दीदी योजना के तहत हिमाचल प्रदेश की 16 स्वयं सहायता समूहों को इस वित्तीय वर्ष ड्रोन हासिल हुए हैं। सांसद डॉ0 सिकंदर कुमार के सवाल के जवाब में कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री रामनाथ ठाकुर ने सोमवार को राज्यसभा में यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि यह योजना ग्रामीण महिलाओं को तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान करने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से शुरू की गई है। इसके तहत महिलाओं को ड्रोन के ऑपरेशंस और मेंटेनेंस का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि वे कृषि, स्वास्थ्य सेवा और अन्य क्षेत्रों में इसका इस्तेमाल कर सकें।

रामनाथ ठाकुर ने बताया कि इस योजना के तहत प्रमुख उर्वरक कंपनियों ने वर्ष 2023-24 में पहले 500 ड्रोन खरीदे गए हैं और चयनित स्वयं सहायता समूहों को वितरित किए हैं, जिनमें हिमाचल प्रदेश राज्य के स्वयं सहायता समूहों को उपलब्ध कराए गए चार ड्रोन शामिल हैं। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान पहले चरण में 3090 महिला स्वयं सहायता समूहों को ड्रोन वितरित करने का लक्ष्य रखा गया है जिनमें से 16 स्वयं सहायता समूह हिमाचल प्रदेश से हैं।

उन्होंने कहा कि योजना के प्रभावी नियोजन, कार्यान्वयन और निगरानी के लिए अन्य सभी संबंधित विभागों के प्रतिनिधियों तथा डोमेन विशेषज्ञों को शामिल करते हुए एक अंतर-विभागीय समिति भी गठित की गई है।

डॉ0 सिकंदर कुमार के सवालों का जवाब देते हुए रामनाथ ठाकुर ने कहा कि सरकार ने वर्ष 2023-24 से 2025-26 की अवधि के लिए 1261 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ महिला स्वयं सहायता समूहों को ड्रोन प्रदान करने हेतु केन्द्रीय क्षेत्रक योजना के रूप में नमो ड्रोन दीदी को मंजूरी दी है। इस योजना का उदेश्य किसानों को तरल उर्वरकों और कीटनाशकों के छिड़काव हेतु किराये पर सेवाएं प्रदान करने के लिए 15000 चयनित महिला स्वयं सहायता समूहों को ड्रोन प्रदान करना है।

उन्होंने बताया कि विभिन्न विभागों और संस्थानों से लिए गए सदस्यों वाली राज्य स्तर की समिति, ड्रोन उपयोग के लिए उपयुक्त क्लस्टर्स का चयन करने, ड्रोन उपलब्ध कराने हेतु राज्यों के अंतर्गत चिन्हित क्लस्टर्स में से प्रगतिशील महिला स्वयं सहायता समूहों का चयन करने, ड्रोन उपयोग का आकलन करने, ड्रोन उपयोग के मौजूदा अंतर, उपलब्धता और भविष्य की आवश्यकताओं का पता लगाने, एल.एफ.सी और कीटनाशक कंपनियों के समन्वय से चयनित महिला स्वयं सहायता समूहों को व्यवसाय उपलब्ध कराने/सुनिश्चित करने आदि के लिए जिम्मेदार हैं।

इससे पहले सांसद डॉ. सिकंदर कुमार ने कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री से जानना चाहा कि कृषि सेवाएं प्रदान करने के लिए महिलाओं के नेतृत्व वाले स्वयं सहायता समूहों को ड्रोन प्रोद्यौगिकी से लैस करके सशक्त बनाने के लिए नमो ड्रोन दीदी नामक केन्द्र द्वारा प्रायोजित योजना की वर्तमान स्थिति क्या है ? क्या इस योजना का व्यापक संचालन सुनिश्चित करने के लिए इसकी तकनीकी और परिचालनात्मक शुरूआत का मार्गदर्शन और पर्यवेक्षण करने हेतु कोई समिति गठित की गई है ? क्या योजना को राज्य स्तर पर लागू किया जाएगा, यदि हां तो राज्य स्तर पर इसके कार्यान्वयन और मूल्यांकन के लिए क्या मानदंड अपनाए गए हैं ? क्या सरकार हिमाचल प्रदेश में महिला उद्यमियों की नई पीढ़ी को प्रेरित करने के लिए कोई महत्वपूर्ण कदम उठा रही है ?

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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा

   

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