जलवायु अनुकूल कृषि परियोजना के तहत किया गया क्राॅप कटिंग

पूर्वी चंपारण , 25 अप्रैल (हि.स.)। जिले में परसौनी स्थित कृषि विज्ञान केंद्र के सौजन्य से गुरुवार को संग्रामपुर प्रखंड के नरुल्लाहा गांव में जलवायु अनुकूल कृषि परियोजना के तहत गेहूं फसल के उत्पादन के आंकड़ों की आंकलन के लिए क्रॉप कटिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र के विषय वस्तु विशेषज्ञ (मृदा विज्ञान डॉ. आशीष राय, विषय वस्तु विशेषज्ञ, कृषि अभियंत्रण डॉ. अंशु गंगवार विज्ञान एवं सहायक तकनीकी प्रबंधक संग्रामपुर ने कृषि संबंधित जानकारी देकर कार्यक्रम की शुरुआत की। मृदा विशेषज्ञ डॉ. राय ने बताया कि जलवायु अनुकूल कृषि परियोजना जो कि बिहार सरकार की कृषि के लिए महत्वपूर्ण परियोजना हैं। उसे कृषि विज्ञान एवं कृषि से जुड़े संस्थाओं के द्वारा चलाया जा रहा है। परियोजना के तहत एवं कृषि विज्ञान केंद्र परसौनी के द्वारा रबी की फसल के लिए गेहूं की प्रभेद एचडी 2967 को शून्य जुताई के द्वारा किसानों के खेतों में बुवाई किया गया। इसके परीक्षण के लिए फसल पकने के बाद आंकड़ों के आंकलन के लिए यह क्रॉप कटिंग प्रोग्राम आयोजन किया गया।

इस मौके पर डॉ. गंगवार ने शून्य जुताई तकनीक से होने वाले लाभों के बारे में किसान को विस्तार से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि इस विधि से फसल उत्पादन करने पर किसानों को कम लागत में अधिक मुनाफा प्राप्त होता है और बदलती जलवायु के परिदृश्य में यह तकनीक बहुत लाभकारी है।जिसे अपनाकर किसान कम खर्च में बेहतर मुनाफा के साथ मिट्टी की गुणवत्ता बढ़ा सकते है।

हिन्दुस्थान समाचार/आनंद प्रकाश/गोविन्द

   

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