भागवत कथा श्रवण से होती है मुक्ति : रविशंकर

हरिद्वार, 12 मई (हि.स.)। कथाव्यास आचार्य रवि शंकर महाराज नैमिषारण्य ने कहा कि भागवत कथा के श्रवणमात्र से मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती है, इसीलिए मनुष्य को भागवत कथा का रसपान पूरे जीवनभर करना चाहिए। उन्होंने कथा के माध्यम से बताया कि किन-किन लोगों को भागवत-कथा सुनना चाहिए और क्यों सुनना चाहिए?

आचार्य रवि शंकर श्री गुरु सेवक निवास उछाली आश्रम में जारी श्रीमद्भागवत सप्ताह यज्ञ के तीसरे दिन कथा वाचन में ये बातें बताईं। उन्होंने बताया कि संसार में जिस किसी भी मनुष्य से जाने-अंजाने में कोई पाप हो जाता है, जो व्यक्ति क्रोधी स्वभाव का हो। छल-कपट वाला हो, झूठ बोलता हो। ऐसे लोगाें को भागवत कथा सुनने से पाप कर्मों से मुक्ति मिलती है। उन्होंने बताया कि गंगा तट पर होने वाले भागवत का बड़ा महात्म्य है। भागवत-कथा में दुरात्मा का वर्णन बताया गया है, जो भगवान को बिना जरुरत के भी याद करते हैं तो भगवान भी उसे याद करते हैं।

इस अवसर पर उछाली आश्रम के परमाध्यक्ष महंत विष्णु दास महाराज ने कहा कि श्री भागवत कथा का श्रवण कर उसको अपने जीवन में उतारना काफी कठिन है, लेकिन इस कलयुग में भवसागर से पार उतारने का साधन भी है। सनातन धर्म और संस्कृति में हमारे वेदों का विशेष स्थान हैं, जो प्राणियों के कल्याण की बात करता है। उन्होंने कहा कि गृहस्थ जीवन यापन करने वाले सभी मनुष्यों को भागवत कथा का श्रवण अवश्य करना चाहिए।

हिन्दुस्थान समाचार/ रजनीकांत/सत्यवान/रामानुज

   

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