रुद्रनाथ यात्रा मार्ग से हटाये गये हटों को यथावत संचालित किये जाने की मांग

गोपेश्वर, 23 मई (हि.स.)। पंचकेदारों में चतुर्थ केदार के रूप में जाने वाले रुद्रनाथ मंदिर के पैदल मार्ग पर स्थानीय बेरोजगारों ने अपनी ओर से संचालित हटों को यथावत रखे जाने की मांग की है। स्थनीय युवाओं ने अपनी इस मांग को लेकर गुरुवार को प्रभागीय वनाधिकारी केदारनाथ वन प्रभाग को एक ज्ञापन सौंपा है।

अधिवक्ता विनोद भट्ट, महेंद्र सिंह रावत, महिपाल सिंह आदि का कहना है कि वन विभाग की ओर से रुद्रनाथ जाने वाले श्रद्धालुओं से शुल्क वसूला जा रहा है जबकि सुविधा के नाम पर कुछ नहीं किया गया है। जबकि स्थानीय बेरोजगार युवाओं की ओर से 19 किलोमीटर के इस पैदल मार्ग पर कुछ स्थानों पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए ढाबे और हट बनाये गये हैं ताकि लोगों को पैदल मार्ग पर आराम के साथ भोजन और पानी की सुविधा मिल सके, लेकिन विभाग की ओर से संरक्षित क्षेत्र के नाम पर इन हटों को हटा दिया गया है।

ऐसे में इस पूरे निर्जन क्षेत्र में तीर्थ यात्रियों को पीने के पानी की भी व्यवस्था नहीं है। ऐसे में यात्री इतनी लंबी पैदल दूरी कैसे तय करेगा। उनका कहना है कि विभाग को श्रद्धालुओं से शुल्क नहीं लेना चाहिए और स्थानीय युवाओं के रोजगार को भी यथावत रखा जाना चाहिए ताकि श्रद्धालुओं को भी सुविधा मिले और स्थानीय बेरोजगार युवाओं को भी इसका लाभ मिल सके।

ज्ञापन देने वालों में विनोद भट्ट, महेंद्र सिंह रावत, महिपाल रावत, नीलम सिंह आदि मौजूद थे।

हिन्दुस्थान समाचार/जगदीश/सत्यवान/रामानुज

   

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