हज के दौरान बिछड़ी महिला की मौत से परिजनों में कोहराम

सऊदी अरब सरकार के इस बेरूखी से लोगों में गहरी नाराजगी

हमीरपुर 21 जून (हि.स.)। मौदहा कस्बे के प्रतिष्ठित परिवार की पुत्री शमां सुल्तान उर्फ गुड्डी (58) अपने इंजीनियर पति कस्बे के हुसैनगंज निवासी वजीह उद्दीन उर्फ वज्जन के साथ हज यात्रा के लिए लखनऊ से 7 जून को गई थी। हज कार्यक्रम के दौरान ही शैतान को कंकण मारने के रस्म के बाद मेट्रो से वापस आते समय स्टेशन में उनके पति से हाथ छूट गया। तब से वह नहीं मिली है। शुक्रवार को हज में सहयोगी बने मोअल्लिम के जरिए सूचना मिली कि उनका इंतकाल हो चुका है। इससे परिवार के लोगों का रो- रोकर लोगों का बुरा हाल है।

आनन फानन उनका बेटा, भाई व अन्य परिजन मक्का पहुंच गए, लेकिन सऊदी के मक्का पवित्र शहर में लोगों के मरने के बाद परिजनों का आरोप है कि उन्हें शव को नहीं दिखाया जा सका न कोई निशानी ही उन्हें दिखाई गई। सऊदी अरब सरकार के इस बेरूखी से लोगों में गहरी नाराजगी व्याप्त है। घटना के 5 दिन बीतने के बाद भी अभी तक सऊदी सरकार से उन्हें कोई सहयोग नहीं मिला।

हज यात्री शमा सुल्तान उर्फ गुड्डी के भाई कस्बा के हुसैनगंज मोहल्ला निवासी नौशाद लंबरदार ने शुक्रवार को बताया कि बहन और बहनोई लखनऊ के आशियाना में निजी मकान बनाकर रह रहे थे। उसका बहनोई जिला पंचायत में अवर अभियंता रहे। इसके बाद में कृषि मंडी में मंडी सहायक के पद से सेवानिवृत्त हो गए थे। उनके दो बेटे और एक बेटी हैं। यहां के मूल निवासी होने की वजह से वह है अक्सर आते जाते थे। उनका एक बेटा दुबई में नौकरी कर रहा है।

हज के लिए दोनों एक साथ गए थे। 17 जुलाई को उनको वापस आना था। उनके आने की खुशी में तैयारी भी हो रही थी लेकिन इस वर्ष भीषण गर्मी और बढ़े हुए तापमान के बीच सैकड़ों हज यात्रियों की मौत हो गई। उनमें बहुत से लोग भारत के भी हैं। उसकी बहन की मौत इसी हीट स्ट्रोक के चलते होने का अनुमान है। बताया कि अब उनके बहनोई और न रुक सकेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/पंकज//बृजनंदन

   

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