आर्थिक सहायता व न्यायिक जांच की मांग पूरी होने पर मृतक आकाश का हुआ अंतिम संस्कार

अंतिम संस्कार करते परिजन मृतक की पत्नी को आर्थिक सहायता का चैक देते एडीएम

फिरोजाबाद, 22 जून (हि.स.)। जिला जेल में बंदी की मौत और बवाल के बाद शनिवार सुबह आर्थिक सहायता का चेक मिलने व न्यायिक जांच की मांग पूरी होने पर परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया। पुलिस का कहना है कि जिन लोगों ने अराजकता फैलाने का काम किया है उनके विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी।

थाना दक्षिण क्षेत्र के नई आबादी नगला पचिया निवासी आकाश सिंह (28) पुत्र बीरी सिंह की जेल में तबियत बिगड़ने के बाद शुक्रवार को मौत हो गई थी। वह बाइक चोरी के आरोप में 19 जून को जेल गया था। परिजन पैनल से पोस्टमार्टम होने के बाद शव को एंबुलेंस से घर ले जा रहे थे तभी शुक्रवार की रात रास्ते में उन्होंने हिमायुपुर चौराहे पर जाम लगा दिया था। मृतक के भाई सन्नी ने पुलिस की पिटाई से आकाश की मौत का आरोप लगाते हुए मुआवजा और न्यायिक जांच की मांग की थी। पुलिस ने जब जाम खुलवाने का प्रयास किया तो गुस्साएं लोगों ने पथराव, वाहनों में तोड़फोड़ व आगजनी कर दी थी। पथराव में पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। जिसके बाद डीएम रमेश रंजन, एसएसपी सौरभ दीक्षित, एएसपी सिटी, सीओ सिटी हिमांशु गौरव मौके पर पहुंचे। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को खदेड़ने के बाद स्थिति पर काबू पाया था।

इधर, शनिवार सुबह एडीएम विशु राजा पीड़ित परिजनों से मिले। उन्होंने मृतक की पत्नी प्रीति को पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता का चेक प्रदान किया। उन्होंने परिजनों को न्यायिक जांच का भरोसा दिया। जिसके बाद पुलिस अभिरक्षा में परिजनों ने मृतक बंदी आकाश के शव का विधि विधान से अंतिम संस्कार कर दिया। इस दौरान डीएम रमेश रंजन व अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। कानून व्यवस्था को लेकर मृतक के घर पर पुलिस फोर्स तैनात किया गया है।

एएसपी सिटी सर्वेश कुमार मिश्रा का कहना है मृतक के परिजनों को प्रशासन द्वारा आर्थिक सहायता का चेक दिया गया है। परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया है। जिन अराजक तत्वों ने बवाल कर शांति व्यवस्था को चोट पहुंचाने का काम किया है ऐसे लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इन्हें चिन्हित कर कार्यवाही की जाएगी।

हिन्दुस्थान समाचार/कौशल/मोहित

   

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