राज्य की पंचायतीराज व्यवस्था को छिन्न-भिन्न करना चाहती है भाजपा : करन माहरा

देहरादून, 11 जनवरी (हि.स.)। उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा ने राज्य की धामी सरकार पर कांग्रेस के निर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों के साथ राजनैतिक विद्वेष एवं प्रतिशोध की भावना से काम करने और राज्य में पंचायती राज व्यवस्था को छिन्न-भिन्न करने का आरोप लगाया है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष माहरा ने जिला पंचायत चमोली की अध्यक्ष रजनी भण्डारी को वित्तीय अनियमितता का आरोप लगाते हुए पदच्युत किये जाने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा की राज्य सरकार विपक्षी दल के चुने हुए पंचायत प्रतिनिधियों को झूठे आरोपों में फंसाकर एन-केन-प्रकारेण पदच्युत कर पंचायतों में राज्य की सत्ता के बल पर काबिज होना चाहती है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा राजनैतिक प्रतिशोध और द्वेष की भावना से प्रेरित होकर विपक्षी दल के निर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों के साथ की जा रही दुर्भावना पूर्ण कार्रवाई की कांग्रेस पार्टी कठोर शब्दों में निन्दा करती है।

उन्होंने कहा कि जब से राज्य में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार सत्तारूढ़ हुई है तब से राज्य सरकार के इशारे पर राजनैतिक प्रतिशोध और द्वेष की भावना से विपक्षी दलों के जनप्रतिनिधियों का लगातार उत्पीड़न किया जा रहा है। एक ओर राज्य सरकार के इशारे पर कांग्रेस पार्टी के चुने हुए पंचायत प्रतिनिधियों को अलोकतांत्रिक तरीके से पदों से हटाया जा रहा हैं वहीं पूर्व प्रतिनिधियों पर झूठे मुकदमे लगाये जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि इससे पूर्व भी कांग्रेस पार्टी की जिला पंचायत चमोली की अध्यक्ष रजनी भण्डारी को झूठे आरोप लगाते हुए पद से हटाने का षड्यंत्र रचा गया था, जिसे न्यायालय ने नकार कर भाजपा सरकार के मुंह पर तमाचा मारा था। इसी प्रकार उत्तरकाशी जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण, नगर पालिका परिषद श्रीनगर की अध्यक्ष पूनम तिवारी एवं ब्लॉक प्रमुख खटीमा रणजीत सिंह नामधारी को भी अलोकतांत्रिक तरीके से झूठे आरोप लगाते हुए उनके पदों से हटाया गया है, जो गंभीर विषय है।

हिन्दुस्थान समाचार/ साकेती/रामानुज

   

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