संदेशखाली में सुरक्षा का बंगाल पुलिस का ढोंग, रात के अंधेरे में तृणमूल नेताओं ने घर में घुसकर महिलाओं को पीटा

कोलकाता, 13 फरवरी (हि.स.)। पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में हिंसा ग्रस्त क्षेत्र की महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने का बंगाल पुलिस का दावा फर्जी साबित हो रहा है। सोमवार रात उन महिलाओं के घरों में घुसकर शेख शाहजहां और उसके समर्थक अपराधियों ने हमले किए, जिन्होंने मीडिया के कैमरे के सामने उनके कुकर्मों को उजागर किया था। गत बुधवार से ही बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरी महिलाओं ने आरोप लगाया था कि शेख शाहजहां और उसके सहयोगी तृणमूल नेता शिबू हाजरा और उत्तम सरदार के लोग इलाके की महिलाओं और बेटियों को घरों से उठाकर ले जाते हैं और यौन उत्पीड़न करते हैं। मारपीट, गुंडा गर्दी, जमीन पर कब्जा समेत कई आरोप महिलाओं ने लगाए थे। खासकर संदेशखाली के सरबेड़िया गांव की महिलाओं ने इस तरह के आरोप लगाए थे जिसके बाद रात के अंधेरे में उनके घरों में घुसकर गुंडो ने बर्बर तरीके से मारा-पीटा है। यहां तक की एक साल की बच्ची को भी थप्पड़ मारा गया है।

महिलाओं की आंखों पर इतने थप्पड़ मारे गए हैं कि उनके आंख के नीचे काला और पूरी आंख लाल पड़ गई है। आरोप है कि बार-बार पुलिस से मदद की गुहार के बावजूद कोई मदद नहीं मिली। खास बात ये है कि गत शुक्रवार से ही पूरे क्षेत्र में पुलिस ने धारा 144 लागू होने का दावा किया है। बावजूद इसके अपराधियों ने इस तरह का तांडव गांवों में मचाया है। कई महिलाओं ने मंगलवार को भी मीडिया के कैमरे के सामने आकर अपने साथ हुई बर्बरता का खुलासा किया है।

स्थानीय सांसद तृणमूल कांग्रेस की अभिनेत्री नुसरत जहां हैं जो इस मामले में प्रतिक्रिया के लिए संपर्क करने पर कहती हैं, मैं दूसरे कामों में व्यस्त रही हूं। प्रशासन से संपर्क में हूं। हिन्दुस्थान समाचार /ओम प्रकाश /गंगा

   

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