बिना काम किये कर दिया एक करोड़ का घपला, अब जांच से बचने को रातों-रात हो रही खुदाई

-नैनीताल जनपद के मोरा ग्राम में वर्षा जल संग्रहण के लिये वर्ष 2019-20 में बने कुंडों के लिये हुआ था करीब 3.52 लाख रुपये का भुगतान

नैनीताल, 17 फ़रवरी (हि.स.)। नैनीताल जनपद के मुख्यालय से लगे वन विभाग के मनोरा रेंज के अंतर्गत आने वाले दूरस्थ ग्राम मोरा में वर्षा जल संरक्षण के लिये चाल खाल कहे जाने वाले जल कुंडों के निर्माण के लिये करीब 3.52 लाख रुपये का भुगतान वन विभाग की ओर से किया गया, लेकिन दावा है कि यह कार्य तब नहीं किये गये और इसमें एक करोड़ रुपये का घपला किया गया है। मामले की शिकायत वन मंत्री से किये जाने के बाद अब हो रही जांच से ठीक पहले रातों-रात इन जल कुंडों की खुदाई की जा रही है।

क्षेत्रीय सूचना अधिकार कार्यकर्ता हेमंत गौनिया का कहना है कि उन्होंने नैनीताल वन प्रभाग के मनोरा रेंज माह जुलाई 2019 से मार्च 2020 में हुए भुगतानों की घोटाले की जांच लिये राज्य के राज्यपाल, मुख्य सचिव, मुख्यमंत्री वन मंत्री, प्रमुख वन संरक्षक, सचिव वन आदि से 29 नवंबर 2023 को पत्र भेजे। इसमें आरोप लगाया गया था कि संबंधितों ने वन विभाग के पंजीकृत ठेकेदार व अपने मित्रों को माध्यम बनाकर बिना कार्य कराये 90 प्रतिशत भुगतान कर दिया। इस तरह लगभग एक करोड़ रुपये से अधिक का घोटाला हुआ है।

इस बीच मुख्य वन संरक्षक-कुमाऊं ने 28 दिसंबर को हेमंत गौनिया के शिकायती पत्र पर वन संरक्षक दक्षिणी कुमाऊं वृत्त को इनकी जांच करने के आदेश दिये हैं। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा लगाये गये लगभग 1 करोड़ रुपये के घोटालों में मनोरा रेंज के दूरस्थ ग्राम मोरा में वर्षा जल संरक्षण के लिये चाल खाल कहे जाने वाले जल कुंड भी शामिल हैं, जिनके निर्माण के लिये करीब 3.52 लाख रुपये का भुगतान वन विभाग की ओर से किया गया, लेकिन यह जल कुंड मौके पर नहीं खोदे गये।

इस के बारे में उन्हें जानकारी 12 जनवरी 2024 को सूचना के अधिकार के माध्यम से प्राप्त हुई। इधर इसकी जांच होनी है, तो उन्होंने मनोरा रेंज में जाकर पता किया तो वहां जांच को प्रभावित करने के लिये कुछ चाल खाल बना दिए , जिन्हें देखने से साफ पता चल रहा है कि वे अभी बनाए गए हैं। लिहाजा उन्होंने जांच अधिकारियों से इस बात का संज्ञान लेने की अपेक्षा की है।

हिन्दुस्थान समाचार/डॉ.नवीन जोशी/रामानुज

   

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