अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे बौद्ध भिक्षुओं पर चीनी सरकार की क्रूरता, जम्मू में भारत तिब्बत सहयोग मंच ने की निंदा

जम्मू। स्टेट समाचार
भारत तिब्बत सहयोग मंच जम्मू, कश्मीर और लद्दाख इकाई ने हाल ही में तिब्बत में तिब्बती बौद्ध भिक्षुओं पर चीनी तानाशाह सरकार द्वारा किए गए क्रूर कृत्य की कड़ी निंदा की है। बौद्ध भिक्षु तिब्बती समुदाय को विस्थापित करके तिब्बत प्रांत में यांग्त्ज़ी नदी पर एक मेगा बांध के निर्माण का विरोध कर रहे थे। तिब्बती प्रांत में मेगा बांध के निर्माण से छह प्राचीन मठ और दर्जनों गांव पूरी तरह से बांध के नीचे डूब जाएंगे। भिक्षु अपनी प्राचीन संस्कृति को नष्ट न करने की मांग कर रहे थे। चीनी सरकार की कार्रवाई के दौरान 100 से अधिक बौद्ध भिक्षुओं को जेल में डाल दिया गया और कई घायल हो गए। उन्होंने प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए मिर्ची स्प्रे और वॉटर गन का इस्तेमाल किया है। बीटीएसएम जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष डॉ. विवेक ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और कहा है कि चीनी सरकार हमेशा तिब्बती समुदाय के साथ क्रूर कार्रवाई पर उतर आती है। डॉ. छेरिंग तंडुप वर्तमान, बीटीएसएम लद्दाख इकाई ने उल्लेख किया है कि चीनी सरकार का हमेशा तिब्बत प्रांत की संस्कृति और पर्यावरण को नष्ट करने का मकसद रहा है और यह उसी एजेंडे का हिस्सा है।

 

   

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