दक्ष प्रजापति ने किया था विश्व का सबसे बड़ा यज्ञ: आचार्य पंडित विनीत शर्मा

श्री बांके बिहारी सेवा समिति मुरादाबाद द्वारा गंगा मंदिर कानून गोयान में श्रीमद् भागवत कथा का रसपान कराते आचार्य पंडित विनीत कुमार शर्मा।श्री बांके बिहारी सेवा समिति मुरादाबाद द्वारा गंगा मंदिर कानून गोयान में श्रीमद् भागवत कथा का रसपान कराते आचार्य पंडित विनीत कुमार शर्मा।श्री बांके बिहारी सेवा समिति मुरादाबाद द्वारा गंगा मंदिर कानून गोयान में श्रीमद् भागवत कथा का रसपान कराते आचार्य पंडित विनीत कुमार शर्मा।श्री बांके बिहारी सेवा समिति मुरादाबाद द्वारा गंगा मंदिर कानून गोयान में श्रीमद् भागवत कथा का रसपान कराते आचार्य पंडित विनीत कुमार शर्मा।श्री बांके बिहारी सेवा समिति मुरादाबाद द्वारा गंगा मंदिर कानून गोयान में श्रीमद् भागवत कथा का रसपान कराते आचार्य पंडित विनीत कुमार शर्मा।

- श्री बांके बिहारी सेवा समिति के श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का तीसरा दिन

मुरादाबाद, 26 फरवरी (हि.स.)। श्री बांके बिहारी सेवा समिति मुरादाबाद द्वारा गंगा मंदिर कानून गोयान में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के तीसरे दिन सोमवार को कथा व्यास आचार्य पंडित विनीत कुमार शर्मा ने बताया कि दक्ष प्रजापति ने विशाल यज्ञ का आयोजन करते हैं। यह विश्व का सबसे बड़ा यज्ञ था। इस यज्ञ में अपने दामाद भगवान शिव को नीचा दिखाने के लिए निमंत्रण नहीं भेजा। यज्ञ में सभी देवता, यक्ष, गंधर्व, ऋषि मुनि पधारते हैं। यह बात भगवान शंकर की पत्नी सती को पता चलती है तो बिना अपने पति को बतायें अपने पिता दक्ष प्रजापति के यहां पहुंच जाती हैं। पिता से वाद-विवाद के बाद वह अग्नि कुंड में कूद जाती हैं। यह बात जब भगवान शंकर को पता चलती है तब वह क्रोध में भरकर एक जटा पृथ्वी पर मारते हैं तब बलभद्र का जन्म होता हैं।

कथा में इंजीनियर सच्चिदानंद भटनागर, खुशबू भटनागर, पंडित दिनेश शर्मा, पंडित नवनीत शर्मा, पंडित सुबोध सैमवाल, कीर्तिका शर्मा, अशोक अग्रवाल, सुरेश गुप्ता, श्याम कृष्ण रस्तोगी, रीना रस्तोगी सहित आदि ने व्यवस्था में सहयोग दिया। हिन्दुस्थान समाचार/निमित जायसवाल/बृजनंदन

   

सम्बंधित खबर