कृषकों को नवोन्मेषी तकनीक दें वैज्ञानिक: डॉ आनंद कुमार सिंह

कानपुर, 15 मार्च (हि.स.)। कृषकों को नवोन्मेषी तकनीक दें तथा सभी कृषि वैज्ञानिक शोध संस्थानों से समन्वय बनाकर कृषकों को कृषि विविधीकरण हेतु प्रेरित करें। यह बात शुक्रवार को दो दिवसीय कृषि वैज्ञानिकों के प्रशिक्षण शुभारंभ के मौके पर मुख्य अतिथि चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के कुलपति डॉ आनंद कुमार सिंह ने कही।

डॉक्टर सिंह ने कहा कि मसाले व उद्यानकीकरण से किसान अपनी दोगुनी आए कर सकते हैं। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि आईसीएआर अटारी कानपुर के डॉक्टर एस के सिंह ने बताया कि कृषि वैज्ञानिक अपने जनपदों में की आवश्यकता, परिस्थितियां तथा संसाधनों के आधार पर कृषि तकनीकों को खेती में प्रयोग करें।

इस अवसर पर निदेशक शोध डॉ पी के सिंह ने बताया कि कृषि वैज्ञानिक किसानों को संतुलित इनपुट प्रयोग करने हेतु प्रेरित करें, जिससे कि टिकाऊ खेती हो।निदेशक शोध ने फसल प्रणाली में बदलाव पर जोर दिया।

इस मौके पर निदेशक प्रसार डॉक्टर आरके यादव ने सभी अतिथियों को अंग वस्त्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। उन्होंने अपने स्वागत संबोधन में कहा कि कृषि वैज्ञानिक शोध संस्थानों व किसानों के मध्य ब्रिज की तरीके से कार्य कर रहे हैं। सभी अतिथियों को धन्यवाद डॉक्टर करम हुसैन ने दिया। जबकि कार्यक्रम का सफल संचालन डॉक्टर जितेंद्र सिंह ने किया।

उद्घाटन सत्र के पश्चात तकनीकी सत्र प्रारंभ हुआ। जिसमें डॉक्टर सोमवीर सिंह, डॉक्टर महक सिंह, डॉक्टर एस के सिंह एवं डॉक्टर अनिल कुमार ने नवीनतम तकनीकों के बारे में वैज्ञानिकों को बताया। इस अवसर पर डा वी के वर्मा,डॉक्टर एस.एल वर्मा, डॉक्टर अनिल सिंह सहित सभी कृषि विज्ञान केन्द्रों के वैज्ञानिक उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/राम बहादुर/मोहित

   

सम्बंधित खबर