डोगरी कविताओं का संग्रह ‘जो कत्तेआ सो माह्ल्लें ’ का विमोचन

जम्मू। स्टेट समाचार
डोगरी संस्था जम्मू ने युवा डोगरी कवि पवन वर्मा के कविता संग्रह ‘जो कत्तेआ सो माह्ल्लें’ का विमोचन कुंवर वियोगी ऑडिटोरियम, डोगरी भवन, कर्ण नगर जम्मू में आयोजित समारोह में किया। इस अवसर पर पद्मश्री बलवंत ठाकुर मुख्य अतिथि थे, साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता और डोगरी संस्था जम्मू की उपाध्यक्ष प्रो. वीणा गुप्ता विशेष अतिथि थीं, जबकि समारोह की अध्यक्षता डोगरी संस्था जम्मू के प्रधान प्रो. ललित मगोत्रा ने की। इस अवसर पर बोलते हुए बलवंत ठाकुर ने नटरंग के साथ पवन वर्मा के जुड़ाव को याद किया और एक कवि के रूप में उनके नए अवतार के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि एक रंगमंच कार्यकर्ता के रूप में भी वह ऊर्जा से भरे हुए हैं तथा सीखने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं जो एक कवि के रूप में भी उनकी यात्रा में मदद कर सकता है। प्रो. वीणा गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि पवन अपने समर्पण भाव के कारण डोगरी संस्था का एक अभिन्न अंग बन गए हैं और इस कविता संग्रह के साथ उन्होंने साहित्यकारों की गैलरी में भी कदम रखा है। समारोह की अध्यक्षता करते हुए प्रो. ललित मगोत्रा ने कहा कि इस संग्रह के साथ पवन ने साबित कर दिया है कि एक कवि के रूप में उनके पास डोगरी साहित्य को देने के लिए कुछ खास है। उनके रचनात्मक लेखन में इस्तेमाल किए गए कुछ शब्द अद्भुत हैं और इस दृष्टिकोण को प्रमाणित करते हैं कि वह वास्तव में एक समर्पित व्यक्ति हैं, कड़ी मेहनत करते हैं, बहुत अध्ययन करते हैं और बारीकियों पर काम करते हैं। पवन वर्मा ने अपनी पहली पुस्तक अपने पिता स्वर्गीय श्री रण मोहन वर्मा को समर्पित की है। शगुफ्ता चौधरी ने कविता संग्रह पर एक विस्तृत पेपर प्रस्तुत किया । इस अवसर पर कवि पवन वर्मा ने भी एक कवि के रूप में अपनी यात्रा पर अपने विचार सांझा किए और पुस्तक से कुछ कविताएँ भी सुनाईं।

   

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