सेक्टर एवं निर्वाचन से जुड़े सभी अधिकारी भी सीखें ईवीएम चलानाः कलेक्टर

- नोडल अधिकारियों की बैठक में अधिकारियों से चलवाई ईवीएम

ग्वालियर, 1 अप्रैल (हि.स.)। सभी सेक्टर अधिकारी एवं निर्वाचन कार्य से जुड़े अधिकारी भी ईवीएम (इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन) का संचालन अवश्य सीखें, जिससे मतदान दिवस को जरूरत पड़ने पर मतदान दलों को तत्काल मदद मिल जाए और सुचारू रूप से मतदान सम्पन्न कराया जा सके। यह निर्देश कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी रुचिका चौहान ने सोमवार को निर्वाचन कार्य के नोडल अधिकारियों की बैठक में दिए। उन्होंने बैठक में विभिन्न सेक्टर अधिकारियों से ईवीएम चलवाकर देखी। साथ ही भारत निर्वाचन आयोग के किन-किन दिशा-निर्देशों का पालन कर मतदान कराया जाना है, उससे संबंधित सवाल भी पूछे।

जिला निर्वाचन अधिकारी रुचिका चौहान ने कहा कि सभी एसडीएम, सेक्टर मजिस्ट्रेट व नोडल अधिकारी ईवीएम से मॉकपोल कराने और अनिवार्य प्रक्रियाओं का अभ्यास करें। उन्होंने निर्देश दिए कि निर्वाचन संबंधी विभिन्न बैठकों में ईवीएम संचालन की प्रक्रिया भी सिखाई जाए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ विवेक कुमार, अपर कलेक्टर अंजू अरुण कुमार व टीएन सिंह, उप जिला निर्वाचन अधिकारी संजीव जैन तथा जिले के सभी एसडीएम व विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे। डबरा व भितरवार के एसडीएम सहित अन्य क्षेत्रीय अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस बैठक में शामिल हुए।

गंभीरता से करें बल्नरेबल व क्रिटिकल मतदान केन्द्रों का चयन

कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी रुचिका चौहान ने बैठक में जोर देकर कहा कि बल्नरेबल एवं क्रिटिकल मतदान केन्द्रों का चयन पूरी गंभीरता के साथ करें। एसडीएम ऐसे मतदान केन्द्रों का स्वयं भ्रमण करें। साथ ही यह सुनिश्चित करें कि कौन से मतदान केन्द्रों को क्रिटिकल श्रेणी में रखा जाना है, जिससे वहाँ सुरक्षा के अतिरिक्त इंतजाम कर स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं निर्विघ्न ढंग से मतदान सम्पन्न कराया जा सके। उन्होंने कहा कि बल्नरेबल मतदान केन्द्रों से जुड़ी बस्तियों के मतदाताओं को पक्का भरोसा दिलाएँ कि आप सब निर्भीक होकर वोट डालने आएँ। आपकी सुरक्षा के लिये जिला प्रशासन व पुलिस पूरी तरह मुस्तैद है।

उन्होंने निर्देश दिए कि भ्रमण के दौरान हर मतदान केन्द्र पर बुनियादी सुविधाओं का बारीकी से सत्यापन करें और पेयजल, शौचालय व छायादार स्थान पर मतदाताओं के बैठने की व्यवस्था कराएँ। इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि जिस जगह पर मतदाताओं की कतार लगती है वहाँ पर छाया की व्यवस्था अवश्य हो जाए। उन्होंने सभी नोडल अधिकारियों को चुनाव संबंधी सभी कार्य समय-सीमा में पूर्ण करने के निर्देश भी दिए।

पिंक, मॉडल, दिव्यांग एवं युवा मतदान केन्द्रों की सूची माँगी

कलेक्टर ने सभी एसडीएम सह एआरओ को निर्देश दिए कि जिले के शहरी विधानसभा क्षेत्र में 15 – 15 और ग्रामीण अंचल के विधानसभा क्षेत्रों में कम से कम 10 – 10 पिंक बूथ (महिलाओं द्वारा संचालित) अवश्य बनाएँ। इसी तरह शहरी विधानसभा क्षेत्र में 10 - 10 और ग्रामीण विधानसभा क्षेत्रों में 7 – 7 आदर्श मतदान केन्द्र बनाए जायेंगे। इसके अलावा हर विधानसभा क्षेत्र में एक – एक बूथ युवा कर्मचारियों से बने मतदान दल व एक – एक बूथ दिव्यांग शासकीय सेवकों में से गठित मतदान दलों द्वारा संचालित किया जायेगा। उन्होंने सभी एसडीएम से इन सभी बूथों की सूची जल्द से जल्द भेजने के निर्देश बैठक में दिए।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश/नेहा

   

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