लोस चुनाव : अतुल प्रधान बोले, सपा से नहीं कोई नाराजगी, सुनीता वर्मा को लड़ाएंगे चुनाव

मेरठ, 05 अप्रैल (हि.स.)। सपा से टिकट कटने के बाद नाराज बताए जा रहे विधायक अतुल प्रधान को लेकर उनके दूसरे दलों में जाने की अटकलें लग रही थीं। शुक्रवार को सपा विधायक अतुल प्रधान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने बारे में चल रही चर्चाओं पर अपनी स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि वह सपा के सच्चे सिपाही हैं और अखिलेश यादव उनके अभिभावक हैं। वह सपा उम्मीदवार को मिलकर चुनाव लड़ाएंगे।

शास्त्री नगर स्थित अपने आवास पर शुक्रवार को पत्रकार वार्ता में सपा विधायक अतुल प्रधान ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने हमेशा हमें सम्मान दिया है। हमारी नजदीकी अखिलेश यादव से काफी लंबे समय से है। कई बार पार्टी फैसला लेती है और शीर्ष नेतृत्व को टिकट की घोषणा करनी पड़ती है। चुनाव कोई एक व्यक्ति ही लड़ता है। उन्होंने कहा कि इंटरनेट मीडिया पर पिछले काफी समय से उनका टिकट कटने के बाद नाराजगी की खबरें आ रही थीं। उनके सत्तारूढ़ दल में शामिल होने की खबरें भी चल रही थीं, जो गलत हैं। पार्टी में अपना सम्मान लेने और टिकट लेने के लिए हर कोई मांग करता है। हम भी टिकट मांग रहे थे, जो पहले हो गया। लेकिन राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बाद में सुनीता वर्मा को टिकट दे दिया।

अतुल प्रधान ने कहा कि पूर्व विधायक योगेश वर्मा से भी मेरे संबंध मधुर हैं। मैं समाजवादी पार्टी का सिपाही हूं और समाजवादी पार्टी में ही रहूंगा। किसी और दल में जाने की बातें गलत हैं। पत्नी सीमा प्रधान को भी किसी अन्य दल से चुनाव लड़ाने से उन्होंने इंकार किया। सपा विधायक रफीक अंसारी और विधायक शाहिद मंजूर से नाराजगी के सवाल पर कहा कि शाहिद मंजूर मेरे बड़े हैं, उनके आदेशों को मैं मानूंगा। उन्होंने कहा कि सपा उम्मीदवार सुनीता वर्मा के चुनाव में भी प्रचार करता हुआ आपको दिखूंगा और मजबूती से उन्हें चुनाव लड़ाया जाएगा।

अतुल प्रधान ने कहा कि टिकट को लेकर राष्ट्रीय नेतृत्व का जो निर्णय हुआ है, उससे अलग हटने का प्रश्न ही नहीं उठता। दल या पार्टी बदलने का निर्णय गुड्डे गुड़िया का खेल नहीं है। हमारी यही कोशिश है कि पार्टी आगे बढ़े और चुनाव जीते। समाजवादी पार्टी अगर लद्दाख में जाकर चुनाव लड़ाने की बात कहेगी तो जाएंगे। अगर सपा मुखिया कहें कि विधायक पद से इस्तीफा दे दो और संगठन का काम करो तो तैयार हूं। जो पार्टी का दिशा निर्देश होगा, मानेंगे। उन्होंने कहा कि आज वक्त आपस में लड़ने का नहीं है, बल्कि देश की उनकी ताकतों को कमजोर करने का है, जो धार्मिक उन्माद फैलाकर राज करना चाहती है। इस अवसर पर सपा जिलाध्यक्ष विपिन चौधरी, महानगर अध्यक्ष आदिल चौधरी पार्षद दल के नेता इकराम आदि उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/ डॉ. कुलदीप/सियाराम

   

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