नवरात्र और ईद-उल-फितर की तैयारियों पर हुई चर्चा, धार्मिक स्थलों पर नहीं होगा चुनाव प्रचार

कठुआ 06 अप्रैल (हि.स.)। जिला कठुआ उपायुक्त डॉ. राकेश मिन्हास ने जिले भर में आगामी त्योहारों नवरात्र और ईद-उल-फितर के निर्बाध उत्सव के लिए विचार-विमर्श और रणनीति बनाने के लिए बैठक की अध्यक्षता की।

सबसे पहले डीसी कठुआ ने संबंधित तहसीलदारों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि किसी भी चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार या किसी भी राजनीतिक दल द्वारा चुनाव प्रचार के लिए किसी भी धार्मिक स्थल का उपयोग नहीं किया जाएगा। जिले भर में सुरक्षा उपायों, सुरक्षित पेयजल का प्रावधान, निर्बाध बिजली आपूर्ति, चिकित्सा सहायता सेवाएं, स्वच्छता, अग्नि सुरक्षा उपायों की उपलब्धता, सड़क प्रकाश व्यवस्था, स्वच्छता और परिवहन प्रबंधन सहित व्यवस्थाओं के विभिन्न पहलुओं पर व्यापक चर्चा की गई। विभिन्न विभागों के प्रमुखों को त्योहार की अवधि के दौरान किसी भी संभावित अप्रिय घटना को कम करने के लिए स्वच्छता और सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने के साथ-साथ अपने-अपने जिम्मेदारी वाले क्षेत्रों में सावधानीपूर्वक योजना और कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए थे। जल शक्ति विभाग को पीने योग्य पानी की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करने का काम सौंपा गया था, जबकि बिजली विकास विभाग को पूरे त्योहार की अवधि के दौरान निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया था। स्वच्छता बनाए रखने के महत्व पर जोर देते हुए सीईओ नगर परिषद कठुआ को आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया, विशेष रूप से प्रमुख तीर्थस्थलों के आसपास जहां बड़ी सभाओं की संभावना है। शहर में स्वच्छता मानकों को बनाए रखने के लिए नागरिक समाज के सहयोग को प्रोत्साहित किया गया। मुनाफाखोरी और कालाबाजारी को रोकने के लिए खाद्य सुरक्षा विभाग को जिले के सभी बाजारों में बाजार जांच करने का निर्देश दिया गया।

यातायात विभाग को उत्सव के दौरान सुचारू यातायात प्रवाह सुनिश्चित करने के लिए यातायात भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में पर्याप्त संख्या में कर्मियों को तैनात करने के निर्देश मिले। क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी कठुआ को जिले की सभी प्रमुख सड़कों पर पर्याप्त परिवहन सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। बैठक के दौरान धार्मिक संस्थानों के प्रतिनिधियों ने उपायुक्त को विभिन्न मुद्दों से अवगत कराया जिसके जवाब में डीसी ने संबंधित अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर इसका समाधान करने का निर्देश दिया। बैठक में एडीडीसी कठुआ सुरिंदर मोहन, एडीसी कठुआ रणजीत सिंह, डीसी राज्य कर प्रदीप सिंह मन्हास, कार्यकारी अभियंता और धार्मिक ट्रस्टों के प्रतिनिधि और अन्य संबंधित हितधारकों ने भाग लिया।

हिन्दुस्थान/समाचार/सचिन/बलवान

   

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