राजस्थान के श्रद्धालुओं को रजिस्ट्रेशन के बाद ही चारधाम यात्रा पर जाने की सलाह

- पंजीकरण तिथि को ही होगी दर्शन की अनुमति

- वृद्ध एवं स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं वाले लोगों को प्रस्थान से पूर्व जांच कराना आवश्यक

जयपुर, 23 मई (हि.स.)। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा में भारी भीड़ और ट्रैफिक की परिस्थितियों को देखते हुए राज्य के तीर्थ यात्रियों और ऑपरेटरों को सलाह दी जाती है कि बिना पंजीकरण यात्रा के लिए प्रस्थान ना करें। यात्रियों को चारधाम धाम यात्रा में सुरक्षित व सुगम दर्शन की सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से उत्तराखंड प्रशासन द्वारा यात्रा से पूर्व अनिवार्य ऑनलाइन पंजीकरण का निर्णय लिया गया है।

उत्तराखंड के मुख्य सचिव द्वारा सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को लिखे पत्र में बताया गया है कि पिछले कुछ दिनों से चारधाम यात्रा में भारी भीड़ के कारण घंटों ट्रैफिक में फंसने के हालात उत्पन्न हो रहे है। इस परिस्थिति को देखते हुए श्रद्धालुओं को इस वर्ष चारधाम यात्रा के लिए https://registrationandtouristcare.uk.gov.in/. पर पंजीकरण करवाना होगा। जिस तिथि को पंजीकरण किया गया है उसी दिन धाम में दर्शन की सुविधा मिल पाएगी।

सभी तीर्थ यात्रियों को सुलभ दर्शन सुनिश्चित करवाने के उद्देश्य से उत्तराखंड सरकार ने 31 मई तक वीआईपी दर्शनों पर भी रोक लगाई है। वृद्ध एवं ऐसे श्रद्धालु जिन्हें पूर्व में स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं रही है उन्हें उत्तराखंड के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी गाइडलाइंस के अनुसार स्वास्थ्य जांच करवाना आवश्यक होगा। इस संबंध में विस्तृत गाइडलाइंस https://health.uk.gov.in/pages/display/140-char-dham-yatra-health-advisory पर उपलब्ध है।

चारधाम के लिए आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य और सुरक्षा को देखते हुए eSwasthyadham एप लॉन्च किया गया है। इस एप के जरिए यात्रियों के स्वास्थ्य निगरानी तंत्र को बेहतर किया गया है और जरूरत के समय श्रद्धालुओं को तत्काल मदद मुहैया कराई जा सकेगी।

हिन्दुस्थान समाचार / संदीप/प्रभात

   

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