यातायात निदेशालय ने चालान के माध्यम से वसूली करोड़ों की राशि

देहरादून, 04 जनवरी (हि.स.)। उत्तराखंड यातायात निदेशालय ने बीते वर्ष यातायात व्यवस्था सुधार के लिए चालान के रूप में करोड़ों की धनराशि वसूली है। यह जानकारी विभाग ने अपनी उपलब्धियों के माध्यम से दी। बीते वर्ष प्रवर्तन कार्रवाई में विभाग ने 2022 की तुलना में अधिक राशि वसूली।

गुरुवार को विभाग की ओर से बताया गया कि जहां 2022 में 5.877 लाख चालानों से 34.24 करोड़ का शुल्क वसूला गया वहीं 2023 में जनवरी से नवंबर तक 6.69 लाख चालानों में 37.6 करोड़ की राशि वसूली गई। ई चालान मशीन के माध्यम से जहां 2022 में 3.055 लाख और ई चालान के माध्यम से 15.92 करोड़ शुल्क वसूला गया। वर्ष 2023 में 3.76 लाख और ई चालान के माध्यम से 20.39 करोड़ संयोजन शुल्क वसूला गया। आनलाइन ई पेमेंट की कार्रवाई यातायात विभाग प्रारंभ की गई है। भारतीय स्टेट बैंक के साथ अनुबंध किया गया है। ई पेमेंट से 14407 चालान से 1.92 करोड़, यूपीआई के 2.435 चालान से 1.24 करोड़ एवं कार्ड पेमेंट के 4328 चालान से 23.64 लाख संयोजन वसूला गया।

गति उल्लंघन और लालबत्ती लांघने की कार्यवाही के तहत 2022 में 49.80 हजार चालानों से 1.46 करोड़ संयोजन शुल्क वसूला गया था जबकि वर्ष 2023 में 89.85 हजार चालान से 2.37 करोड़ शुल्क वसूला गया है। विभाग द्वारा दी गई जानकारी में कहा गया है कि इंटरसेप्टर द्वारा 2022 में 55534 स्पीड राडार से 5518, एल्कोमीटर से 2195, टोइंग क्रेन मशीन से 13863, हाईवे पेट्रोल कार से 17247 चालान किए गए। जबकि वर्ष 2023 में इंटर सेप्टर से 51864, स्पीड राडार से 12180, एल्कोमीटर 2456 और टोइंग मशीन से 18722 तथा हाईवे ट्रैफिक पेट्रोल कार से 16503 चालान किए गए।

अभियानों की जानकारी देते हुए विभाग ने कहा है कि 2023 में निजी वाहनों में नाम पट्टिका प्रयोग करने पर 22 फरवरी 2023 से 15 दिन का अभियान चलाकर 1969 वाहनों के विरुद्ध कार्रवाई की गई। 15 जून से शराब पीकर वाहन चलाने, अधिक गतिसीमा, गलत दिशा से वाहन चलाने के 15 दिवसीय अभियान में शराब पीकर वाहन चलाने के 293, अधिक गति सीमा के 2121 और गलत दिशा से वाहन चलाने में 2474 वाहनों के विरुद्ध कार्रवाई की गई। इसी कड़ी में 15 जून से प्रेशर हार्न, मल्टी टोंड हार्न के 15 दिवसीय अभियान में 639 वाहनों के चालान किए गए। गलत नंबर प्लेट, आईएसआई मानकों के विपरीत हेलमेट और नशे में वाहन चलाने के अभियान में अधिक चालान हुए हैं। दोषपूर्ण नंबर प्लेट युक्त वाहन चलाने पर 4188, नशा करके वाहन चलाने पर 306 और मानकों के विरुद्ध हेलमेट धारण करने पर 695 चालान किए गए।

विभाग ने बताया कि पीपीपी मोड क्रेनों की कार्यवाही पर उत्तरकाशी, टिहरी, पौड़ी, हरिद्वार, देहरादून, रुद्रप्रयाग, चमोली, ऊधमसिंहनगर, नैनीताल, अल्मोड़ा में निजी क्रेन संचालकों को अनुमति दी गई है। प्राइवेट क्रेन से वर्ष 2023 में जनवरी से नवंबर तक 10539 चालान से 53.43 लाख संयोजन शुल्क वसूल किया गया। वर्तमान में देहरादून में 8, हरिद्वार में पांच कुल 13 पीपीपी मॉडल आधारित टोइंग मशीनें कार्यरत है। ड्रोन कैमरों से भी 27 सौ चालान किए जा चुके हैं।

विभाग ने बताया कि दुर्घटना के मामले में 1634 सड़क दुर्घटनाओं में से 320 प्रकरणों में प्राथमिकी दर्ज हुई है। इसी तरह उत्तराखंड ट्रैफिक आई एप के माध्यम से यातायात से जुड़े प्रकरणों में 2022 में 62419 शिकायतें मिली थी, जिनमें 7625 निस्तारित कर दी गई है। 1906 शेष हैं इनसे 21.78 लाख संयोजन शुल्क वसूला गया है। वर्ष 2023 में ट्रैफिक आई एप से कुल 2825 लाख शुल्क वसूला गया है। विभाग का कहना है कि सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए 17 इंटर सेप्टर वाहन, 57 स्पीड राडार गन, 325 एल्कोमीटर, 51 क्रेन एवं 14 हाइवे ट्रैफिक पेट्रोल कार जनपदों को दी जाएगी।

हिन्दुस्थान समाचार/साकेती/रामानुज

   

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