भारतीय चिंतन में नारी पुरूष का पूरक एवं समाज का आधार : डॉ अंजली विश्वास देशपांडे

--राष्ट्र के विकास में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका : श्रुति देशपांडे

--विहिप माघ मेला में मातृशक्ति महासंगम कार्यक्रम आयोजित

प्रयागराज, 07 जनवरी (हि.स.)। भारतीय चिंतन में नारी पुरुष का पूरक, परिवार का केंद्र और समाज का आधार है। मातृशक्ति योगदान इस संसार के संचालन संतुलन में अतुलनीय है। जो समय-समय पर आवश्यकता अनुसार अपने दायित्व का निर्वहन करने में अपने रूप को परिवर्तित करने का प्रकृति प्रदत्त वरदान मिला हुआ है।

यह बातें मुख्य वक्ता डॉ अंजली विश्वास देशपांडे ने विश्व हिन्दू परिषद, माघ मेला शिविर परेड में आयोजित मातृशक्ति महासंगम में सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने आगे कहा कि आज पूरी दुनिया में इसी बात की चर्चा है कि कभी ऋषियों ने आत्म चिंतन साधना एवं आत्म तत्व के आधार पर नारी को शक्ति की, देवी की संज्ञा दी थी। आज मातृशक्ति का योगदान दुनिया का ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है जिस क्षेत्र में सर्वोपरि योगदान न हो।

दूसरे सत्र की वक्ता श्रुति देशपांडे ने कहा कि इस राष्ट्र के विकास में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका है। महिलाओं का सबसे बड़ा केंद्र परिवार और मां के रूप में सांस्कृतिक, सामाजिक, धार्मिक, आध्यात्मिक, नारी शक्ति का अतुलनीय योगदान है। इस संसार में धर्म और संस्कार का संचालन होता रहे इसके लिए मातृशक्ति को अपने स्वरूप का हमेशा ध्यान रखना चाहिए। हम मातृशक्ति की पहचान आने वाली पीढ़ियों को संस्कार युक्त करने के रूप में होनी चाहिए। जिससे पूरी दुनिया में शांति की कल्पना की जा सके। क्योंकि संस्कार ही किसी राष्ट्र के विकास में बहुत बड़ा योगदान होता है।

तीसरे सत्र में न्यायाधीश इलाहाबाद हाईकोर्ट मंजू रानी चौहान ने कहा कि महिलाओं की स्थानीय समस्या स्थिति एवं समाधान के विषय में आज अनेक कानून हैं। उनका पालन भी हो, इसके लिए जागरूक और जागृत मातृशक्ति को आगे आकर अपने अधिकारों को प्राप्त करना एवं वंचित समाज को उनके अधिकार दिलाने में सहयोग करने की भावना रखना होगा। समस्याओं का समाधान सामाजिक रूप से हो, यह हम सब जागृत मातृशक्ति की जिम्मेदारी है। समाज में यह वातावरण बना रहना चाहिए कि स्त्री पुरुष में कोई भेद नहीं है। किसी राष्ट्र के उत्थान में किसी के योगदान को नकारा नहीं जा सकता। आज हम सबको यह संकल्प लेकर जाना है कि हम सब सशक्त नारी, सशक्त राष्ट्र के लिए जो भी योगदान कर सकते हैं वह अपने दैनिक जीवन के कार्यों को करते हुए समाज एवं राष्ट्र के लिए भी करेंगे।

सम्पूर्ण विषयों का प्रस्तुतीकरण डॉ कीर्तिका अग्रवाल एवं संचालन डॉ रंजना त्रिपाठी ने किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सांसद डॉ रीता बहुगुणा जोशी, प्रोफेसर कृष्णा मिश्रा, रंजना त्रिपाठी, माया देवी, रिचा मिश्रा, रेखा पुंडीर, वंदना सिंह, लक्ष्मी बहुगुणा जोशी, कमल मिश्रा सहित हजारों मातृ शक्ति उपस्थित रही। कार्यक्रम की व्यवस्था में संघ विचार परिवार के पदाधिकारियों में विहिप प्रांत अध्यक्ष कविंद्र प्रताप सिंह, काशी प्रांत संगठन मंत्री नितिन, कोषाध्यक्ष रविंद्र मोहन गोयल, महापौर गणेश केसरवानी सहित अनेक पदाधिकारी व्यवस्था में रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/पदुम नारायण

   

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