प्रदेश में 22 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश और ड्राई डे की मांग

लोगों से एतिहासिक दिन को दीपावली की तरह मनाने का आग्रह
सांबा। 
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी पूरी हो चुकी है। 22 जनवरी को दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। दुनियाभर में मौजूद रामभक्त इस ऐतिहासिक क्षण का गवाह बनने के लिए बेताब हैं। देशभर के मंदिरों को इस दिन के लिए विशेष तैयारियां की जा रही है। कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक राम भक्तों के अंदर इस दिन को लेकर उत्साह है। भले ही श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट ने कुछ खास लोगों को ही 22 जनवरी को अयोध्या आमंत्रित किया है, लेकिन विभिन्न राज्यों में राज्य सरकार और राम भक्तों ने अलग-अलग तैयारियां की है। वहीं, अयोध्या धाम में उत्सुकता से प्रतीक्षित श्री राम लल्ला की नई मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के महत्व को ध्यान में रखते हुए डीडीसी सदस्य आशा रानी, डीडीसी सदस्य सुरेश कुमार फल्ली, बीडीसी चेयरमैन राधेश्याम शर्मा, भाजपा जिला उपध्यक्ष गीता भगत सहित अन्य जम्मू-कश्मीर के युवाओं ने एलजी प्रशासन से इस ऐतिहासिक क्षण के उपलक्ष्य में 22 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश और ड्राई डे घोषित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि मंदिर का समर्पण सभी भारतीयों के लिए एक बेहद पवित्र दिन है, जो 500 साल पुराने सपने को पूरा करता है। उन्होंने कहा कि छुट्टी की घोषणा करने से लोग अपने घरों से इस भावनात्मक और ऐतिहासिक क्षण का जश्न मना सकेंगे। उन्होंने देश से दीपावली के उत्सव के समान इस पवित्र दिन को अपने घरों में मनाने का आग्रह किया। उन्होंने उनसे अपने घरों, दुकानों और इमारतों को सजावटी लैंपों से रोशन करके भगवान राम की प्राणप्रतिष्ठा (मंदिर में एक देवता की स्थापना) का जश्न मनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि भाजपा शासित राज्यों उत्तर प्रदेश और गोवा ने पहले ही छुट्टी की घोषणा कर दी है। सभी शैक्षणिक संस्थान, उद्योग क्षेत्र बंद हैं, जबकि असम और छत्तीसगढ़ जैसे अन्य राज्यों ने 22 जनवरी को शराब-मुक्त दिन की घोषणा की है। अब जम्मू कश्मीर के एलज़ी प्रशासन को भी 22 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश घोषित करनी चाहिए। उल्लेखनीय है कि अनेक संस्थाओं, हिन्दूवादी संगठनों तथा सनातनी संस्कृति से जुड़े लोग सरकार से 22 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश की निरन्तर मांग कर रहे हैं।

   

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