पुलिस ने निभाया सामाजिक सरोकार: सफाई कर्मचारी की दो बेटियों की शादी में भरा 3.11 लाख का मायरा

पुलिस ने निभाया सामाजिक सरोकारपुलिस ने निभाया सामाजिक सरोकार

जयपुर, 7 फ़रवरी (हि.स.)। राजधानी की सोडाला थाना पुलिस टीम ने सामाजिक सरोकार निभाते हुए मंगलवार रात को अजमेर रोड स्थित एक मैरिज गार्डन में पहुंच कर तीन लाख ग्यारह हजार रुपये समेत अन्य सामानों से मायरा भरा। रुपयों और सोने-चांदी के जेवरातों के थाल लेकर जब वह मैरिज गार्डन में पहुंचे तो लोगों ने तालियों से उनका स्वागत किया। सूचना जब उच्च अधिकारियों तक पहुंची तो पुलिस के आलाधिकारियों ने भी अपने कार्मिकों की पीठ थपथपाई।

थानाधिकारी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि पूनम चंद्र काफी समय से यहीं काम कर रहे हैं। उनको मेहनताने के रूप में नियमानुसार छह सौ रुपये ही मिलते हैं। उनके आर्थिक हालात को देखते हुए स्टाफ ने उनकी मदद करने का प्रयास किया और अच्छी बात ये रही कि पूरे स्टाफ के हर व्यक्ति ने इसके लिए अपना योगदान दिया। थाना स्टाफ से पता चला कि पूनम चंद्र के पिता भी इसी थाने में लंबे समय तक अपनी सेवाएं दे चुके थे। पूनम चंद्र की आर्थिक हालात के बारे में जब चर्चा की तो उन्होंने सभी को अपने अपने क्षमता के अनुसार योगदान करने के लिए कहा और कुछ ही देर में करीब तीन लाख रुपये जमा हो गए। इसमें से कुछ रुपयों के जेवर लिए गए। कुछ रुपयों के कपड़े बनवाए गए और बाकि रुपया कैश दिया गया है। सफाई कर्मचारी की बेटी की शादी में थाने का पूरा स्टाफ शामिल हुआ। शादी में पुलिसकर्मियों की मौजूदगी और मायरा भरने से सफाई कर्मचारी का परिवार बेहद खुश नजर आया।

जानकारी के अनुसार सोडाला थाना पुलिस का स्टाफ नाचते-गाते मायरा लेकर विवाह स्थल पर पहुंचा। पुलिस को देख कर एक बार तो सभी लोग खड़े हो गए। इस पर पुलिकर्मियों ने बताया कि वह मायरा लेकर आए हैं। इसके बाद सफाई कर्मचारी के परिवार ने सभी पुलिसकर्मियों के तिलक और आरती कर स्वागत किया।

थानाधिकारी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि पूनमचंद की तीन पीढ़ियां सोडाला थाने में सफाई की व्यवस्था देखते रहे हैं। पहले उनके पिता यहां सफाई करते थे और अब उनका बेटा थाने में सफाई का काम करते हैं। पूनमचंद की दोनों बेटियों की शादी मंगलवार को अजमेर रोड स्थित मैरिज गार्डन में थी।

सफाई कर्मचारी पूनमचंद ने बताया कि उनको अंदाजा नहीं था कि थाने का स्टाफ उनसे और उनके परिवार से इतना प्रेम करता है। थाना स्टाफ के मायरा लाने से दिल भर गया। मेरे जीवन का इससे सुनहरा पल कोई और नहीं हो सकता है। यह मेरे जीवन में ईमानदारी से काम करने का परिणाम है। मेरा पूरा परिवार और समाज के लोग इससे काफी खुश हैं। जो अपनत्व थाना पुलिस के स्टाफ ने दिखाया, उसके लिए मेरे ही नहीं मेरे परिवार के पास भी कोई शब्द नहीं है। मैं बस इतना कह सकता हूं कि मेरा दिल बहुत खुश है।

गौरतलब है कि जयपुर पुलिस की ओर से मायरा भरने की परम्परा नई नहीं हैं। इससे पहले भी करधनी थाना, चित्रकूट थाना, करणी विहार थाना, कानोता थाना पुलिस ने अपने यहां काम करने वाले स्टाफ के शादी समारोह में जाकर मायरा भरा है।

हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश/संदीप

   

सम्बंधित खबर