वित्तीय अनुशासन एवं कर्मठता ही बैंक की रीढ़- कटारिया

उदयपुर, 15 फ़रवरी (हि.स.)। वित्तीय अनुशासन एवं कर्मठता ही बैंक की प्रगति की रीढ़ बना हुआ है।

यह बात असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने गुरुवार को उदयपुर में महिला समृद्धि बैंक की आठवीं शाखा भुवाणा के उद्घाटन पर कही। बैंक की शाखा का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि यह बैंक निरंतर प्रगति पथ पर बढ़ता जा रहा है एवं अपने ग्राहकों को निरंतर अत्याधुनिक सेवाओं से लाभान्वित कर रहा है। निस्वार्थ भाव से सेवा, वित्तीय अनुशासन एवं कर्मठता बैंक की प्रगति की रीढ़ बना हुआ है।

कटारिया ने कहा कि बैंक को स्ट्रीट वेंडर्स एवं सब्जी बेचने वाली महिलाओं को स्वयं सहायता समूह बनाकर अथवा अन्य तरीकों से ऋण द्वारा सहायता कर उन्हें सशक्त बनाने का प्रयास करना चाहिये। बैंक केवल लाभ कमाना उद्देश्य न रख कर सामाजिक दायित्व को ऊपर रखे।

बैंक अध्यक्ष डॉ. किरण जैन ने कहा कि 1500 सदस्यों की 15 लाख जमाओं से प्रारम्भ इस बैंक की वर्तमान में 140 करोड़ की जमाएं हैं। बैंक ने 53 करोड़ के ऋण वितरित कर रखे हैं। बैंक की 4700 सदस्याएं हैं। बैंक 25 हजार से अधिक ग्राहकों को निरंतर एवं अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी विनोद चपलोत ने बताया कि बैंक की आठवीं शाखा भुवाणा लॉकर्स सुविधा के साथ सभी अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ खोली जा गई है। भुवाणा एवं आस-पास के क्षेत्र के लिए सरल प्रक्रिया एवं त्वरित सुविधा वाला यह बैंक एक वरदान साबित होगा।

समारोह में विशिष्ट अतिथि उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन, भाजपा सहकारिता प्रकोष्ठ प्रदेश संयोजक प्रमोद सामर, भाजपा शहर जिलाध्यक्ष रवीन्द्र श्रीमाली ने भी विचार व्यक्त किये।

इस अवसर पर महापौर गोविंद सिंह टांक, देहात भाजपा अध्यक्ष चन्द्रगुप्त सिंह चौहान, विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष शांतिलाल चपलोत, पूर्व महापौर चन्द्रसिंह कोठारी भी उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार/ सुनीता कौशल/संदीप

   

सम्बंधित खबर