ठाणे में हजारों झुग्गीवासियों को घर मिलने का रास्ता साफ,विधायक केलकर

मुंबई ,22 फरवरी ( हि स ) | ठाणे नगर निगम के अंतर्गत चल रही 16 स्लम पुनर्विकास योजनाओं को क्लस्टर में शामिल किया गया था और ये योजनाएं रुकी हुई थीं। आज ठाणे में विधायक विधायक संजय केलकर ने बताया कि हमारी चौतरफा कोशिश के बाद राज्य सरकार ने इस योजना को क्लस्टर से बाहर करने का अध्यादेश जारी कर दिया है. इस प्रकार हजारों गरीब परिवारों को उनका वाजिब घर मिलने का मार्ग प्रशस्त हो गया है।

बताया जाता है कि ठाणे शहर में पिछले कुछ वर्षों से स्लम पुनर्विकास योजनाओं की प्रक्रिया चल रही थी। कई योजनाएं अंतिम चरण में थीं.जबकि

सैकड़ों परिवार किराये के मकानों में रहते थे। उस समय प्रदेश में जनहित की क्लस्टर योजना शुरू की गई थी। ठाणे में 44 क्लस्टर प्लान तैयार किये गये. हालांकि किसननगर में क्लस्टर का काम शुरू हो चुका है, लेकिन अन्य जगहों पर अभी तक काम शुरू नहीं हुआ है| . चूंकि एसआरए योजना के तहत मलिन बस्तियों को भी इस योजना में शामिल किया गया था, इसलिए क्लस्टर के साथ-साथ इन मलिन बस्तियों का विकास भी रोक दिया गया था। इस तरह एसआरए योजना ठप होने से हजारों परिवार बेसहारा हो गए थे ।

ठाणे के विधायक संजय केलकर का कहना है कि ठाणे में 16 नियोजित सहकारी आवास समितियों, जहां एसआरए योजना चल रही है, संस्था के अधिकारियों ने उनसे इस बारे में के अधिकारियों ने विधायक संजय केलकर से मुलाकात की और अपना दुख व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि पिछले दो वर्षों से, एसआरए प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ संपर्क के साथ साथ चर्चा , सत्र में और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस का भी ध्यान आकर्षित करते रहे हैं। अंततः ये प्रयास सफल हुए और कल राज्य सरकार ने एक अध्यादेश पारित कर वर्ष 2022 तक चलने वाली एसआरए योजनाओं को क्लस्टर से बाहर कर दिया.| पहले, आधिकारिक आवास परिसरों को भी क्लस्टर में शामिल किया गया था। इन समाजों ने पुनर्विकास प्रक्रिया भी शुरू की। यहां के निवासियों द्वारा टाट-पट्टी लगाए जाने के बाद विधायक संजय केलकर ने राज्य सरकार से इस संबंध में कार्रवाई शुरू की। ये प्रयास सफल हुए और सरकार ने आधिकारिक आवास परिसरों को क्लस्टर से बाहर कर दिया।

नव साईं चैतन्य-बी केबिन नौपाड़ा, महाराष्ट्र दर्शन-शेलारपाड़ा, विष्णु-मंजुला ठाणेकर, पवनपुत्र-सिद्धार्थ नगर कोपरी, दत्तकृपा-कोपरी कॉलोनी, श्री जय अंबे-करवालो नगर, शिव औदुंबर-लोकमान्य नगर, फर्नांडिस हाउस-धोबी अली, श्री साई दर्शन-नूरीबाबा दरगाह मार्ग, सिद्धि विनायक-वीर सावरकर नगर, श्री स्वामी एकता प्राशन-चराई, मार्क्स नगर-रबोडी आदि जैसे 16 स्थानों पर एसआरए योजनाएं शुरु की जा रही थीं।

हिन्दुस्थान समाचार /रविंद्र

   

सम्बंधित खबर