पांच दिवसीय स्टडी-सह-एक्सपोजर दौरे का शुभारंभ किया, आठ उद्यमी खुर्जा रवाना

- कारीगरों को मौजूदा बाजार के रुझान, गुणवत्ता पहलुओं और नवीनतम प्रौद्योगिकी को समझने में मिलेगी मदद: अनुप्रिया पटेल

मीरजापुर, 26 फरवरी (हि.स.)। केंद्रीय राज्यमंत्री वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय अनुप्रिया पटेल ने विकास आयुक्त (हस्तशिल्प), वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार व नेशनल डिजाइन सेंटर के सौजन्य से सोमवार को चुनार पाटर सेंटर के प्रांगण में लाल मिट्टी के कारीगरों के पांच दिवसीय स्टडी-सह-एक्सपोजर दौरे का शुभारंभ किया। उन्होंने पाटरी उद्योग से जुड़े आठ उद्यमियों को खुर्जा के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्र सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास-सबका प्रयास को चरितार्थ करते हुए उत्तर प्रदेश में युवाओं, महिलाओं, किसानों और वंचितों को सशक्त बनाने पर ध्यान देने के साथ ही उत्तर प्रदेश अब सामाजिक और आर्थिक विकास के सभी पहलुओं में नई ऊंचाइयां हासिल कर रहा है। राज्य में तेजी से औद्योगिक विकास हो रहा है। बुनियादी ढांचे और कनेक्टिविटी के विस्तार से आम नागरिकों का जीवन आसान हो गया है, इससे रोजमर्रा की जिंदगी अधिक सुविधाजनक हो गई है। ईज आफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में उत्तर प्रदेश की रैंकिंग में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।

ग्लेज पाटरी का इतिहास भारतीय संस्कृति और विरासत का अहम हिस्सा, जीआई टैग से संरक्षित

केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश अब भारत के विकास पथ में सबसे आगे है और अन्य राज्यों के लिए एक माडल स्थापित कर रहा है। चुनार की लाल मिट्टी की ग्लेज पाटरी का इतिहास भारतीय संस्कृति और विरासत का अहम हिस्सा हैं। यह अपनी सुंदरता, टिकाऊपन और उपयोगी होने के कारण बहुत लोकप्रिय हैं। इनका उपयोग खाना पकाने, भंडारण और सजावट सहित विभिन्न चीजों के लिए किया जाता है। मिट्टी के बर्तनों पर जटिल डिजाइन अक्सर प्रकृति से प्रेरित होते हैं, फूलों से बने डिजाइन उपभोक्ताओं को बहुत आकर्षित करते हैं। यह पॉटरी समुदाय की आय का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। इस उद्योग की संभावनाओं को देखते हुए चुनार के लाल मिट्टी के उत्पादो को जीआई टैग के तहत संरक्षित भी किया गया है।

हिन्दुस्थान समाचार/गिरजा शंकर/मोहित

   

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