परिवार के तीन सदस्यों ने स्वैच्छिक मृत्यु के इंतजार में खुद को किया नजरबंद, एक की मौत

घटना से संबंधित तस्वीर

हुगली, 28 फरवरी (हि.स.)। गृहस्वामी की मृत्यु के बाद अवसादग्रस्त परिवार के शेष तीन सदस्यों ने स्वैच्छिक मृत्यु का इंतजार करने के लिए खुद को घर में नजरबंद कर लिया। एक महीने तक भूखे रहने के बाद तीनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। उत्तरपाड़ा के सौरभ मुखर्जी की बुधवार सुबह मौत हो गयी। उत्तरपाड़ा नगर पालिका ने अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी ली।

दरअसल सोमवार को उत्तरपाड़ा थाना अंतर्गत राजेंद्र एवेन्यू इलाके में बुजुर्ग की पत्नी श्यामली मुखर्जी (80), बेटे सौरभ मुखर्जी (58) और बेटी चुमकी मुखर्जी (52) को दरवाजा तोड़कर बचाया गया था। उन्हें उत्तरपाड़ा स्टेट जनरल अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

उल्लेखनीय है कि गृहस्वामी पेशे से केंद्र सरकार का कर्मचारी थे। उनकी पोस्टिंग काफी समय तक दिल्ली में रही। आर्थिक रूप से संपन्न, पढ़ा-लिखा परिवार, इस लिहाज से कोई कमी नहीं थी। बेटी चुमकी ने एमए पास कर लिया। बेटे सौरव ने पोस्ट-ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद एक प्रतिष्ठित कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम किया। पत्नी श्यामली मुखर्जी भी ग्रेजुएट हैं। कैंसर से पीड़ित अपने पिता का सारा इलाज सौरव ने करवाया था। लेकिन पिता को नहीं बचा सके। पिता की मृत्यु के बाद परिवार के बाकी तीन लोग सदमे में आ गए। उनकी मृत्यु के बाद, श्यामली की बीमारी ने परिवार को और अधिक उदास कर दिया। पूरे परिवार ने धीरे-धीरे जीवित रहने की उम्मीद छोड़ दी। बंद कमरे में बिना कुछ खाए-पिए वह लगातार मौत के दिन गिन रहे थे। ऐसे ही एक महीना बीत गया। किसी ने उस परिवार की खोज नहीं की। यहां तक कि पड़ोसियों को भी इसकी जानकारी नहीं हुई। सौरभ ने ही अपने एक रिश्तेदार को फोन कर बताया कि वह मौत का इंतजार कर रहा है। रिश्तेदार वैष्णव दास मुखर्जी यह अनुमान लगाकर उत्तरपाड़ा आये कि कुछ हुआ है। फ्लैट का दरवाजा अंदर से बंद था। इसके बाद दरवाजा तोड़कर तीन लोगों को बचाया गया।

पिछले सोमवार को सौरव का फोन आने के बाद वैष्णव सीधे फ्लैट पर पहुंचे। दरवाजा बंद होने के कारण उन्हें अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली तो उन्होंने स्थानीय पार्षद और चेयरमैन को इसकी जानकारी दी। चेयरमैन दिलीप यादव ने पुलिस बुला ली। उत्तरपाड़ा थाने की पुलिस ने तीन लोगों को बचाया और उत्तरपाड़ा अस्पताल में भर्ती कराया। वहां तीन लोगों का इलाज चल रहा था। बुधवार सुबह सौरव की मौत हो गई। इलाज से श्यामली कुछ हद तक ठीक हो गई है। हालांकि चुमकी मुखर्जी की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। हिन्दुस्थान समाचार /धनंजय /गंगा

   

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