सीएए का विरोध करने वाली कांग्रेस को वोट देने की हिरेन गोहाईं की गुहार

गुवाहाटी, 07 अप्रैल (हि.स.)। वामपंथी नेता डॉ. हिरेन गोहाईं के नेतृत्व में सीएए विरोधी एकता मंच ने आज सरकार से असमिया जाति और भेटी (फाउंडेशन) की रक्षा के लिए अधिनियम को निरस्त करने की मांग की और जन जागरूकता अभियान शुरू किया। डॉ. हिरेन गोहाईं ने कहा कि सीएए जैसा एक कानून असमिया जाति की भाषा और संस्कृति को समाप्त कर देगा। उन्होंने लोगों से असम को विदेशियों के बोझ से बचाने के लिए भाजपा और अगप को वोट नहीं देने का आग्रह किया। कार्यक्रम में अधिकांश विपक्षी दलों के प्रतिनिधि और छात्र संगठनों के नेता मौजूद थे, जिसका संचालन एंटी-सीएए यूनिटी फोरम के मुख्य समन्वयक देवेन तामुली ने किया। सीपीएम, सीपीआई के नेताओं के साथ-साथ पीएलपी के चरण डेका, सेवानिवृत्त प्रोफेसर अब्दुल मन्नान, वरिष्ठ कांग्रेस नेता बोलिन कुली, शिलसांको बिल के विस्थापित परिवार के कई वक्ताओं के साथ-साथ असम प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष बेदब्रत बोरा ने भी सीएए लागू करने के लिए सरकार की कड़ी आलोचना की। बोरा ने कहा कि दिल्ली में इंडी गठबंधन की सरकार बनने पर यह पहले मंत्रिमंडल की बैठक में सीएए को निरस्त किया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश/अरविंद

   

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