भाजपा तय करेगी अनंतनाग-राजौरी सीट का चुनावी भविष्य

जम्मू, 8 अप्रैल (हि.स.)। अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट इस समय देश की सबसे अहम लोकसभा सीट बनती जा रही है इस सीट पर पीडीपी अध्यक्षा महबूबा मुफ्ती के चुनाव मैदान में कूदने से यह सीट एक हाई प्रोफाइल लोकसभा सीट बन गई है। हालांकि अभी भी इस सीट को लेकर भाजपा ने अपने पत्ते नहीं खोले है जबकि अब तक के घोषित प्रत्याशियों की बात करें तो इस सीट पर अब तक पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्षा महबूबा मुफ्ती, नेशनल कांफ्रेंस ने पहले से ही पांच बार विधायक रह चुके अपने वरिष्ठ गुज्जर नेता मियां अल्ताफ को, जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी ने वरिष्ठ नेता जफर इकबाल मंहास को तो डैमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी ने अपने फाउंडर व पूर्व सीएम गुलाम नबी आजाद को चुनाव मैदान में उतारने का ऐलान किया है। जबकि आईएनडीआईए का हिस्सा होने के कारण कश्मीर घाटी की तीनों सीटों पर कांग्रेस ने अपने प्रत्याशी न उतारने का ऐलान किया है। आईएनडीआईए का हिस्सा तो नेशनल कांफ्रैंस व पीडीपी भी है पर दोनों में पनपे आपसी मतभेदों के चलते दोनों दलों ने घाटी की तीनों सीटों पर अपने-अपने प्रत्याशी उतारने का ऐलान कर दिया था। जबकि जम्मू संभाग की दो सीटों पर ये दोनों दल कांग्रेस के प्रत्याशियों को समर्थन दे रहे हैं।

ज्ञात रहे कि यह सीट इसलिए भी अहम हो जाता है क्योंकि इस सीट पर दो-दो पूर्व सीएम चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके है जबकि जिनमें एक महबूबा मुफ्ती है तो दूसरे गुलाम नबी आजाद है जबकि दोनों का अपना रसूख व वोट बैंक है पर इस सीट पर पांच बार के विधायक मियां अल्ताफ सबसे मजबूत प्रत्याशी भी है क्योंकि उनकी सांख मुस्लिम वोटों के साथ-साथ पहाड़ी व गुज्जर बकरवाल वोटरों में भी है। हालांकि गुलाम नबी आजाद की पार्टी डीपीएपी के सलमान निजामी ने एक्स पर ट्वीट करके यह जरूर कहा है कि भले की गुलाम नबी आजाद के नाम पर ऐलान अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट से कर दिया गया है पर अभी इस पर अंतिम निर्णय अगले कुछ दिनों में लिया जाएगा क्योंकि आजाद अभी उधमपुर-डोडा लोकसभा सीट पर अपने प्रत्याशी जीएम सरूरी के चुनाव प्रचार में व्यस्त है।

आपकों बता दें कि महबूबा मुफ्ती ने पिछली बार भी अनतंनाग से चुनाव लड़ा था लेकिन वह इस सीट पर तीसरे स्थान पर रही थी। उन्हें 24.44 प्रतिशत वोट मिले थे। वहीं महबूबा वर्ष 2014 में 53.41 प्रतिशत वोट लेकर इसी सीट से जीती भी थी। इससे पहले महबूबा 2004 के लोकसभा चुनावों में भी अनतंनाग सीट से जीत चुकी हैं। भाजपा ने अभी इस सीट से अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। भाजपा जब इस सीट से उम्मीदवार का ऐलान करेगी तो उसके बाद ही इस सीट का आगे का चुनावी भविष्य तय होगा।

हिन्दुस्थान समाचार/अशिवनी/बलवान

   

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