हर व्यक्ति के अंदर मौजूद कलाकार को पहचानने की जरुरत : शिखर मिश्र

कानपुर, 08 अप्रैल (हि.स.)। हर एक व्यक्ति में एक कलाकार छिपा होता है, बस उसे पहचान देने की आवश्यकता होती है। हर साधारण व्यक्ति इस विधा में मास्टर हो सकता है और अपनी योग्यताओं का भरपूर उपयोग कर सकता है।

यह बातें सोमवार को छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) के इनोवेशन फाउंडेशन द्वारा पत्रकारिता विभाग में आयोजित फिल्म निर्माण कार्यशाला में विशेषज्ञ शिखर मिश्रा ने कही।

सीएसजेएमयू में सोमवार को लाइट कैमरा एक्शन बेस्ड फिल्म निर्माण कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह आयोजन छत्रपति शाहू जी महाराज इनोवेशन फाउंडेशन एवं पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के संयुक्त तत्वावधान में स्टार्टअप कंपनी 'थिएटरवाला' के सहयोग से किया गया, जिसमें परदे पर जीवंत अभिनय करने के बहुमूल्य टिप्स विषय विशेषज्ञों द्वारा सूक्ष्मता से सिखाये और दिखाये गये।

कार्यशाला का विषय इन्नोवेटिव एवेन्यू इन द फील्ड ऑफ एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री रहा। उक्त विषय के अंतर्गत विद्यार्थियों के समक्ष विषय विशेषज्ञ शिखर मिश्रा द्वारा एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री कितने तरीके के विषयों में रोजगार का माध्यम हो सकती है, इस पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई। किस प्रकार फिल्म इंडस्ट्री में कॅरियर बनाया जा सकता है। रोजगार के अवसर किन-किन क्षेत्रों में हो सकता है। कैसे उन क्षेत्रों के माध्यम से अधिक आय उपार्जन किया जा सकता है। उन्होंने एक्टिंग, फिल्म मेकिंग, कंटेंट क्रिएशन आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

दूसरे विषय विशेषज्ञ प्रखर मिश्रा वाइस प्रेसीडेंट नट्स थियेटर, जो अभी हाल ही बनी फिल्म मैं अटल हूं में महत्वपूर्ण भूमिका भी निभायी है ने इस विषय को टेक्नोलॉजी के साथ जोड़ते हुए छात्रों को समाज के लिए लाभप्रद और अनिवार्य ज़रूरतों को परदे पर उभारने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के माध्यम से समाज के सपनों को साकार करने के साथ-साथ अपनी आजीविका को भी सजाने और संवारने के महत्वपूर्ण टिप्स भी बताया।

नवाचार अधिकारी अनिल कुमार त्रिपाठी ने विद्यार्थियों को पत्रकारिता के क्षेत्र में नये स्टार्टअप शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करते हुए नये-नये आइडिया को सुझाया। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता रचनात्मकता का फील्ड है और इस विधा के विद्यार्थी के लिए स्टार्टअप स्थापित किये जाने की बहुत संभावनाएं मौजूद हैं। त्रिपाठी ने बताया कि सरकार द्वारा स्टार्टअप इकोसिस्टम को उपलब्ध कराने के लिए बहुत सी योजनाएं चलायी जा रही हैं। जरूरत सिर्फ इनीशिएटिव लेने की है।

पत्रकारिता विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. योगेन्द्र पाण्डेय ने कहा कि मीडिया फील्ड में कॅरियर की अपार संभावनाएं है और इसमें फिल्म निर्माण का क्षेत्र भी मुख्य है। छात्र इस विधा को अपनाकर भी समाज में नेम और फेम प्राप्त कर सकते हैं। कार्यशाला संचालन रक्षा शुक्ला और श्रेयांशी सचान ने किया।

इस दौरान विभाग के वरिष्ठ शिक्षक डॉ. जीतेन्द्र डबराल, डॉ. रश्मि गौतम, डॉ. ओम शंकर गुप्ता, मीडिया प्रभारी डॉ. विशाल शर्मा, सागर कनौजिया, प्रेम किशोर शुक्ल समेत विभाग के बीएजेएमसी और एमएजेएमसी के छात्र-छात्राओं की उपस्थिति रही।

हिन्दुस्थान समाचार/अजय/राजेश

   

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