मां के बिना जीवन सम्भव नहीं : महंत जगतार मुनी

-मां के आगे ईश्वर भी नतमस्तक होता है : ओंकारनाथ त्रिपाठी

-मातृ शक्तियों के सम्मान में पुष्पवर्षा करते हुए किया गया पूजन वंदन आरती

प्रयागराज, 12 मई (हि.स.)। दुनिया की सबसे बड़ी ताकत और शक्ति मां होती है, जिसके आगे ईश्वर भी नतमस्तक होता है और उसकी गोद में खेलता है। मृत्यु के हजारों रास्ते हैं पर जीवन प्राप्त करने का सिर्फ एक ही मार्ग है, वो है मां। इसलिए मां के बिना जीवन सम्भव नहीं है।

उक्त विचार अंतरराष्ट्रीय मातृ दिवस के अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जय शिवसेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओंकारनाथ त्रिपाठी एवं श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन के पूज्य महंत जगतार मुनि ने संयुक्त रूप से व्यक्त किया।

रविवार को श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन के प्रांगण में समाजसेवी एवं जनहित संघर्ष समिति के युवा अध्यक्ष अभिलाष केसरवानी द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मातृ शक्तियों को सम्मानित करते हुए आरती पूजन वंदन किया गया।

भाजपा जिला प्रवक्ता राजेश केसरवानी एवं जनहित संघर्ष समिति के अध्यक्ष प्रमिल केसरवानी ने कहा कि सनातन संस्कृति में मां का सर्वोच्च स्थान दिया गया है। लेकिन आज मनुष्य अपनी संस्कृति को भूलता जा रहा है और मां की सेवा ना करके उसे वृद्धा आश्रम में भेज रहा है। जो महा पाप कर रहा है। जिसकी कोई माफी नहीं है। इसलिए हम सबको आज के अवसर पर संकल्प लेना होगा कि हमें अपनी मां की सेवा करना है और उन्हें कभी अपने से अलग नहीं होने देना है।

इस अवसर पर फुलवारी नर्सरी द्वारा पौध वितरित किए गए। कार्यक्रम के संयोजक अभिलाष केसरवानी रहे। इस दौरान दिनेश यादव, पूजा जोगी, सुमित केसरवानी, शत्रुघ्न जायसवाल, संजय गुप्ता, रवि केसरवानी, संजीव सक्सेना जूही सक्सेना, सत्येंद्र केसरवानी आदि उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त

   

सम्बंधित खबर