केन्द्र सरकार के गजट में सूरत हवाईअड्डा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के रूप में घोषित

-प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 17 दिसंबर को किया था लोकार्पण

सूरत, 31 जनवरी (हि.स.)। केन्द्र सरकार के गजट में सूरत हवाईअड्डा को अंतराष्ट्रीय एयरपोर्ट के रूप में आधिरकारिक तौर पर दर्जा दिया गया है। मंगलवार को केन्द्र सरकार की ओर से जारी गजट में इसकी घोषणा की गई।

केन्द्रीय रेल व टेक्सटाइल राज्यमंत्री दर्शना जरदोश ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 17 दिसंबर को 353 करोड़ रुपये के खर्च से निर्मित सूरत एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन का लोकार्पण किया था। सूरत देश का सबसे गतिशील और तेजी से विकसित हो रहे शहरों में से एक है। डायमंड सिटी, टैक्सटाइल सिटी समेत इसे सिटी ऑफ ब्रिजेस भी कहा जाता है। सूरत एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय दर्जा मिलने से इसकी आर्थिक गतिविधियों में और भी तेजी आएगी। विदेशी निवेश के साथ अन्य देशों के साथ व्यापारिक संबंध विकसित होंगे।

जरदोश ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के वर्ष 2047 में विकसित भारत के संकल्प में सूरत अव्वल भूमिका निभाएगा। सूरत एयरपोर्ट महज अंतरराष्ट्रीय प्रवासियों के लिए प्रवेश द्वार नहीं, अपितु समृद्ध हीरा और कपड़ा उद्योग के लिए अविरत निर्यात-आायात की सुविधा भी प्रदान करेगा। देश-विदेश के व्यापारियों को नए एयरपोर्ट से सुविधाजनक यात्रा, इन्फ्रास्ट्रक्चर और एयर कनेक्टिविटी की सुविधा हासिल होगी। हाल में सूरत हवाईअड्डा से दिल्ली, चेन्नई, बेंगलुरु, कोलकाता, हैदराबाद, गोवा, गोवा मोपा, पुणे, दीव, बेलगामी, इंदौर, उदयपुर, जयपुर और किशनगंढ़ जैसे 14 शहरों और अंतरराष्ट्रीय शहरों में शारजाह और दुबई के जरिए विश्व के अन्य देशों से कनेक्ट है। सूरत से एक सप्ताह के दौरान 252 उड़ान आवाजाही करते हैं। सूरत हवाईअड्डे को केन्द्र सरकार ने पिछले साल 15 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के तौर पर घोषणा की थी। वहीं अब इसे अधिकृत तौर पर गजट में प्रकाशित कर दिया गया है, जिससे एयर कनेक्टिविटी, यात्रियों की आवाजाही और कार्गों संचालन के क्षेत्र में नए अवसरों का द्वार खुलेगा।

हिन्दुस्थान समाचार/बिनोद/आकाश

   

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