सनातन धर्म में रंगों का विशेष महत्व : कौशल्यानंद गिरि

-किन्नर संतों ने धूमधाम से खेली फूलों की होली, दी बधाई

प्रयागराज, 22 मार्च (हि.स.)। किन्नर अखाड़ा उप्र की प्रदेश अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी कौशल्यानंद गिरि (टीना मां) ने कहा कि सनातन धर्म में रंगों का विशेष महत्व है। अगर रंगों के पर्व होली की बात की जाये तो यह सबसे उत्तम और लोगों के मेल-जोल को बढ़ाने और सम्बंधों को मजबूती प्रदान करने वाला है।

शुक्रवार को उप्र किन्नर वेलफेयर बोर्ड की वरिष्ठ सदस्य कौशल्यानंद गिरि ने इन्द्रपुरी बैरहाना स्थित आवास पर शिष्यों के साथ फूलों की होली खेलते हुए सभी शिष्यों, श्रद्धालुओं और देशवासियों को बधाई दिया। किन्नर महामंडलेश्वर ने शिष्यों को अबीर गुलाल लगाते हुए होली पर्व की बधाई दी। सभी ने एक-दूसरे पर गुलाब, गेंदा, गुलदाउदी, चमेली सहित अन्य फूलों की वर्षा की। इस दौरान होली गीत भी सभी लोग गाते रहे।

महामंडलेश्वर ने कहा कि सनातन धर्म के समृद्धि और प्रगाढ़ता का यह होली पर्व त्योहार है। लोग एक-दूसरे को अबीर गुलाल लगाकर गले मिलते हैं और आपसी वैमनस्य को भूलकर आगे बढ़ते हैं। फूलों की होली खेलने में किन्नर अखाड़ा की श्रीमहंत संजनानंद गिरि, शोभा, नैना, मनीषा, शीतल, स्नेहा, शिवानी, राधिका, आशा सहित बड़ी संख्या में शिष्य उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/दिलीप

   

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